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'एनकाउंटर से कानून-व्यवस्था सुधरती है तो बरेली कैसे पहुंचे अपराधी', दिशा पाटनी के घर पर हुई फायरिंग को लेकर अखिलेश ने यूपी सरकार को घेरा

अखिलेश यादव ने यूपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि एनकाउंटर से कानून-व्यवस्था दुरुस्त नहीं होती. अपराध लगातार बढ़ रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार सिर्फ दिखावा कर रही है, जबकि जनता असुरक्षित है.

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Edited By: Kuldeep Sharma
akhilesh yadav
Courtesy: social media

लखनऊ में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने राज्य की कानून-व्यवस्था को लेकर सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि एनकाउंटर करने से कानून-व्यवस्था ठीक नहीं होती. अगर वाकई एनकाउंटर से हालात सुधरते, तो प्रदेश में लगातार गंभीर घटनाएं क्यों हो रही हैं?

अखिलेश यादव ने सवाल उठाते हुए कहा कि जब सरकार हर समस्या का हल एनकाउंटर में ही ढूंढ रही है, तो फिर प्रदेश में अपराध और आपराधिक वारदातें क्यों थम नहीं रही हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार सिर्फ दिखावा कर रही है, जबकि आम जनता असुरक्षित महसूस कर रही है.

योगी पर बनी फिल्म को लेकर तंज

अखिलेश यादव ने लखनऊ में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर केंद्रित फिल्म पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि यह मूवी तो रिलीज से पहले ही फ्लॉप हो गई है. इसमें डायलॉग हैं या सिर्फ बीप लगी है, कार पलटने और बुलडोज़र वाले सीन हैं या नहीं, सब दिखावा है. अखिलेश ने फिल्म के कथित क्लाइमेक्स और स्क्रीन पर दिखाए गए घटनाक्रमों पर भी सवाल उठाए.

विदेश नीति और SIR मामले पर निशाना

एसआईआर मामले पर अखिलेश यादव ने कहा कि पार्टी अपने कार्यकर्ताओं को समझा रही है और उम्मीद है कि सभी से सहयोग मिलेगा. विदेश नीति पर उन्होंने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि विदेश नीति पूरी तरह फेल हो गई है. H-1B वीजा तक नहीं मिल रहा. ऐसा लग रहा है जैसे सरकार चाहती है कि कोई न विदेश जाए, न पढ़ाई करे, न नौकरी पाए, बल्कि या तो गोली चलाए या रूस की सेना में शामिल हो.

फायरिंग और गोरखपुर घटना पर टिप्पणी

दिशा पाटनी के घर फायरिंग मामले पर अखिलेश ने कहा कि सच सबको पता है. 20 हजार एनकाउंटर होने के बावजूद अगर कानून-व्यवस्था दुरुस्त होती तो अपराधी बरेली तक कैसे पहुंच जाते. गोरखपुर की हालिया घटना पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हर दिन खुद वहां जाते हैं, फिर भी तस्करी और अपराध रुक नहीं रहे हैं. एक नौजवान की जान चली गई, यह पहली बार नहीं है. ऐसी घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं, इसलिए एनकाउंटर सिर्फ दिखावा है.