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India Daily

राजस्थान में मूसलाधार बारिश से तबाही! 8 जिलों में बाढ़ जैसे हालत, 2 लोगों की मौत, IMD ने जारी किया येलो अलर्ट

राजस्थान में मूसलाधार बारिश के चलते हर तरफ पानी भर चुका है. ऐसे में सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है, सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं और कई इलाके कट गए हैं.  बारिश से जुड़ी घटनाओं में दो महिलाओं की मौत हो गई है.

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Edited By: Princy Sharma
Rajasthan Flood News
Courtesy: X

Rajasthan Flood News: राजस्थान में मूसलाधार बारिश जलमग्न कर दिया है, जिससे सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है, सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं और कई इलाके कट गए हैं.  बारिश से जुड़ी घटनाओं में दो महिलाओं की मौत हो गई है, जबकि सैकड़ों लोगों को सुरक्षित इलाकों में पहुंचाया गया है क्योंकि राज्य के पूर्वी हिस्सों में और बारिश होने का अनुमान है.

आठ जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है, जिनमें कोटा, सवाई माधोपुर, टोंक और बूंदी सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. मौसम विभाग के अनुसार, शनिवार को पिछले 24 घंटों में बूंदी के नैनवा में सबसे ज्यादा 502 मिमी बारिश हुई. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए बचाव और राहत कार्यों के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) के साथ सेना को भी तैनात किया गया है. वायुसेना को भी तैयार रखा गया है और सहायता के लिए एक एमआई-17 हेलीकॉप्टर पहले से ही हवाई क्षेत्र में तैनात है.

बूंदी में हालात बेहद गंभीर

सवाई माधोपुर और बूंदी में हालात बेहद गंभीर हैं. बूंदी में बाढ़ के पानी के तेज बहाव में बह जाने से एक 50 वर्षीय महिला की मौत हो गई और एक खेत में टिन शेड की दीवार गिरने से 65 वर्षीय महिला की मौत हो गई. सवाई माधोपुर में, 30 से ज्यादा गांव जलमग्न हो गए हैं और मुख्य शहर से कट गए हैं. लगातार बारिश और सुरवाल बांध के ओवरफ्लो होने से आई बाढ़ से एक लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं.

अलर्ट मोड पर NDRF और SDRF

सड़क और रेल संपर्क बुरी तरह प्रभावित हुआ है. वहीं, राजस्थान को मध्य प्रदेश से जोड़ने वाला राजमार्ग पानी में डूबा हुआ है, जबकि कोटा में, शहर को जयपुर और अन्य क्षेत्रों से जोड़ने वाली सड़कें भी जलमग्न हो गई हैं. चल रहे बचाव कार्यों में मदद के लिए सेना को तैनात किया गया है. सवाई माधोपुर में, सेना की टीमें NDRF और SDRF के साथ मिलकर फंसे हुए ग्रामीणों को बचाने और उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए काम कर रही हैं. बूंदी में भी इसी तरह के अभियान चल रहे हैं, जहां प्रशासन ने नैनवा, कापरेन और केशोरायपाटन जैसे सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में सेना से मदद मांगी है.

IMD ने जारी किया येलो अलर्ट

बचाव कर्मियों और ग्रामीणों को ले जा रहा एक ट्रैक्टर गड्ढे में गिर गया, जिससे SDRF टीम के एक सदस्य को मामूली चोटें आईं.मौसम विभाग ने आज के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जिसमें इन जिलों में और भारी बारिश की चेतावनी दी गई है, जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है. अधिकारी निवासियों से सतर्क रहने और सावधानी बरतने का आग्रह कर रहे हैं.

मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा की है और अधिकारियों को फसलों और संपत्ति को हुए नुकसान का आकलन करने के लिए एक विशेष सर्वेक्षण करने का निर्देश दिया है. लोकसभा अध्यक्ष और कोटा-बूंदी के सांसद ओम बिरला ने भी बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और प्रभावित लोगों के पुनर्वास के निर्देश जारी किए.