यूके में गत्तका खेल की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है. इसी कड़ी में गत्तका फेडरेशन यूके द्वारा कार्डिफ़, वेल्स में 11वीं राष्ट्रीय गत्तका चैंपियनशिप का आयोजन किया गया. गुरुद्वारा साहिब वेल्स और स्थानीय संगत के सहयोग से आयोजित इस वार्षिक टूर्नामेंट ने खेल प्रेमियों को रोमांचक मुकाबलों का गवाह बनाया.
इस चैंपियनशिप में केवल फरी-सोटी (व्यक्तिगत) मुकाबले खेले गए. 14 साल से कम उम्र वर्ग में कोवेन्ट्री के अकाली फूला सिंह गत्तका अखाड़े की रूप कौर ने पहला स्थान हासिल किया. 17 साल से कम उम्र वर्ग में बाबा फतेह सिंह अखाड़ा वूलविच के नवजोत सिंह ने अपने ही साथी खिलाड़ी को हराकर जीत दर्ज की. वहीं 18 साल से अधिक आयु वर्ग में जंगी हॉर्सिज क्लब वुल्वरहैम्पटन के गुरदीप सिंह ने जीत दर्ज कर खिताब अपने नाम किया.
चैंपियनशिप का उद्घाटन विश्व गत्तका फेडरेशन और नेशनल गत्तका एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष हरजीत सिंह ग्रेवाल और सांसद तनमनजीत सिंह ढेसी ने किया. इस मौके पर विजेता खिलाड़ियों को पदक और सम्मान चिन्ह दिए गए. गत्तका फेडरेशन यूके ने सभी प्रतिभागी अखाड़ों को हजार-हजार पाउंड की नकद राशि देकर प्रोत्साहित किया, ताकि खिलाड़ियों को बेहतर प्रशिक्षण सुविधाएं मिल सकें.
सांसद तनमनजीत सिंह ढेसी ने कहा कि ब्रिटेन की युवा पीढ़ी द्वारा गत्तका खेल में बढ़ती दिलचस्पी उत्साहजनक है. उन्होंने भरोसा दिलाया कि अगले साल और भी खिलाड़ियों को आकर्षित किया जाएगा. हरजीत सिंह ग्रेवाल ने ढेसी की लगातार सेवा और प्रयासों की सराहना की तथा कहा कि विश्व गत्तका फेडरेशन और नेशनल गत्तका एसोसिएशन हमेशा गत्तका फेडरेशन यूके का सहयोग करेंगे.
इस आयोजन में स्थानीय गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटियों और संगत का विशेष योगदान रहा. स्वांजी और कार्डिफ़ की संगतों ने इस चैंपियनशिप को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई. समारोह में कई सामाजिक और धार्मिक हस्तियां मौजूद रहीं, जिन्होंने गत्तका खेल के प्रति अपना समर्थन और उत्साह प्रकट किया.