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India Daily

पंजाब में ‘मिशन रोजगार’ जारी, CM भगवंत मान ने 54,422 युवाओं को सरकारी नौकरियां देने की प्रक्रिया की पूरी

सीएम भगवंत मान की यह पहल पंजाब के युवाओं के लिए नई उम्मीद लेकर आई है. उनकी सरकार का ध्यान न केवल रोजगार पैदा करने पर है, बल्कि शिक्षा और प्रशिक्षण के माध्यम से युवाओं को सशक्त बनाने पर भी है. यह कदम पंजाब को प्रगति के पथ पर ले जाने और युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है.

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Edited By: Mayank Tiwari
Punjab CM Bhagwant Mann
Courtesy: Social Media

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने राज्य के युवाओं को सरकारी नौकरियों के माध्यम से सशक्त बनाने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए अब तक 54,422 युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपने की प्रक्रिया पूरी की है. शनिवार (21 जून) को एक समारोह में उन्होंने 281 नव-चयनित युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किए. इस अवसर पर उन्होंने कहा, “मैं आज यहां 281 नव-चयनित युवाओं को नौकरी पत्र वितरित करने के लिए खड़ा हूं, जो निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से नौकरियां प्रदान करने के लिए राज्य सरकार की प्रतिबद्धता का प्रमाण है.”

जनसभा को संबोधित करते हुए मान ने पिछली सरकारों की भ्रष्ट और प्रतिगामी नीतियों की कड़ी आलोचना की. उन्होंने कहा, “पिछली सरकारों की भ्रष्ट नीतियों ने राज्य के युवाओं का भविष्य खतरे में डाल दिया था. कई युवाओं को नौकरियां देर से मिलीं क्योंकि इन सरकारों ने रोजगार देने में कोई रुचि नहीं दिखाई, जिससे पंजाब के लोगों के साथ विश्वासघात हुआ.” उन्होंने आरोप लगाया कि इन राजनीतिक नेताओं ने अपने परिवारों के लिए तो सुखी जीवन सुनिश्चित किया, लेकिन आम युवाओं के करियर को नुकसान पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी.

युवाओं के भविष्य को मिले प्राथमिकता

मुख्यमंत्री मान ने बताया कि उनकी सरकार ने 1 अप्रैल, 2022 से विभिन्न विभागों में 54,141 उम्मीदवारों की भर्ती की थी, और वर्तमान बैच के साथ यह संख्या अब 54,422 तक पहुंच गई है. उन्होंने इस दिन को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि यह साल का सबसे लंबा दिन है, जो नव-नियुक्त उम्मीदवारों के लिए नए अवसरों का प्रतीक है. “उम्मीदवारों ने ये नौकरियां कड़ी मेहनत से हासिल की हैं. यह उनके लिए नौकरी का आखिरी मौका नहीं है, क्योंकि सरकार और भी कई सरकारी नौकरियों की पेशकश करने की तैयारी कर रही है.”

पारदर्शी और योग्यता आधारित भर्ती

भगवंत मान ने जोर देकर कहा कि सभी भर्तियां पूरी तरह से योग्यता के आधार पर की गई हैं, जिसमें उम्मीदवारों ने प्रतियोगी परीक्षाएं पास की हैं. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार का मुख्य उद्देश्य युवाओं को शासन में शामिल करके उन्हें सशक्त बनाना है, ताकि वे राज्य और देश के सामाजिक-आर्थिक विकास में योगदान दे सकें. “नए उम्मीदवारों से मैं मिशनरी उत्साह के साथ लोगों की सेवा करने की अपील करता हूं. आप सरकार का अभिन्न अंग हैं.”

मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि ये युवा अपने पदों का उपयोग गरीबों की मदद और सार्वजनिक भलाई के लिए करेंगे. उन्होंने हवाई अड्डे के रनवे का उदाहरण देते हुए कहा, “जिस तरह रनवे विमान को उड़ान भरने में मदद करता है, उसी तरह हमारी सरकार युवाओं को रोजगार के योग्य बनाने और उनकी इच्छाओं को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है.” उन्होंने युवाओं को अपनी पहचान बनाने और समाज में सकारात्मक छाप छोड़ने के लिए प्रेरित किया.

CM मान ने राजनीतिक नेताओं पर साधा निशाना

मुख्यमंत्री ने पारंपरिक राजनीतिक नेताओं पर निजी लाभ के लिए सांठगांठ करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, “ये नेता सार्वजनिक मंचों पर एक-दूसरे के खिलाफ जहर उगलते हैं, लेकिन निजी समारोहों में एक-दूसरे को गले लगाते हैं.” उन्होंने इसे पाखंड करार देते हुए कहा कि गांवों में लोग इन नेताओं के कारण आपस में लड़ते हैं, जबकि ये नेता निजी उत्सवों में एकजुट नजर आते हैं.

भगवंत मान ने कहा कि उनकी सरकार इस तरह की राजनीति से दूर रहकर जनता की सेवा में लगी है. उन्होंने विपक्षी नेताओं पर उनकी जन-हितैषी नीतियों से ईर्ष्या करने और रोजाना आलोचना करने का आरोप लगाया. “लोगों ने हमें सेवा करने के लिए चुना है, और हम उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं.”

युवा सशक्तीकरण के लिए AAP की नई पहल

युवाओं को राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए मुख्यमंत्री ने पंजाब भर में यूपीएससी कोचिंग सेंटर स्थापित करने की घोषणा की. “इन केंद्रों में पुस्तकालय, हॉस्टल और अन्य आवश्यक सुविधाएं होंगी, ताकि राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उच्च गुणवत्ता वाली ट्रेनिंग प्रदान की जा सके.” उन्होंने कहा कि ये पहल पंजाब के युवाओं को राष्ट्रीय मंच पर सफलता दिलाने में मदद करेंगी.

मुख्यमंत्री ने राजनीतिक पार्टियों की उस रणनीति की भी आलोचना की, जिसमें वे हर पांच साल बाद सत्ता में आकर राज्य को लूटने की योजना बनाती हैं. “पहले कुछ शिक्षकों को 6,000 रुपये से भी कम वेतन पर काम करना पड़ता था, जो मनरेगा की मजदूरी से भी कम था. हमारी सरकार कर्मचारियों को सम्मानजनक वेतन दे रही है, ताकि वे अपने परिवार का पालन-पोषण कर सकें.”

आर्थिक विकास और जन कल्याण

पिछली सरकारों के खाली खजाने के दावों को खारिज करते हुए भगवंत मान ने कहा, “हमने या हमारे किसी मंत्री ने कभी नहीं कहा कि खजाना खाली है. अब राज्य के विकास के लिए एक-एक पैसा उपयोग किया जा रहा है.” उन्होंने पूर्व वित्त मंत्री की बयानबाजी की आलोचना की, जिसने राज्य के विकास में बाधाएं डालीं. मुख्यमंत्री ने युवाओं से जमीन से जुड़े रहने और कड़ी मेहनत में विश्वास रखने की अपील की. “यही सफलता की असली कुंजी है. पंजाब में रहें और यहां के व्यापक अवसरों का लाभ उठाएं.” उन्होंने नव-नियुक्त उम्मीदवारों को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की.