कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत के परिवार पर दहेज प्रताड़ना का गंभीर मामला सामने आया है. रतलाम में रहने वाली दिव्या गहलोत ने अपने पति और ससुराल पक्ष पर न सिर्फ 50 लाख रुपए मांगने का आरोप लगाया है, बल्कि मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना देने की बात भी कही है. यह मामला सामने आते ही राजनीतिक और सामाजिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है.
दिव्या का दावा है कि ससुराल वालों ने उन्हें इतना प्रताड़ित किया कि एक बार तो उन्हें छत से धक्का तक दे दिया गया. इसके अलावा उनकी चार साल की बेटी को भी उनसे दूर रखा जा रहा है. मामला नागदा का होने के कारण शिकायत उज्जैन पुलिस को भेज दी गई है, जबकि रतलाम एसपी ने भी प्राथमिक स्तर पर आवेदन लिया है.
दिव्या गहलोत ने अपने पति देवेंद्र, ससुर जितेंद्र, देवर विशाल और दादी सास अनिता पर 50 लाख रुपए की मांग का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि शादी के बाद से ही मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया. ससुराल पक्ष ने उनकी बेटी को भी अपने पास रख लिया है और उनसे मिलने नहीं दिया जा रहा है.
प्रताड़ना के बाद दिव्या फिलहाल रतलाम में अपने माता-पिता के साथ रह रही हैं. उन्होंने रतलाम एसपी को शिकायत सौंपी है, जहां से उन्हें आगे उज्जैन आईजी और एसपी को आवेदन करने के लिए कहा गया. पुलिस ने मामले की जांच की पुष्टि की है.
दिव्या और देवेंद्र की शादी 29 अप्रैल 2018 को मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत हुई थी. दिव्या का आरोप है कि शादी के दौरान कई बातें छिपाई गई थीं. ससुराल पहुंचने पर पता चला कि पति नशे के आदि हैं और अन्य महिलाओं से संबंध भी रखते हैं, जिससे विवाद और बढ़ गया.
दिव्या ने बताया कि उनकी चार साल की बेटी को ससुराल पक्ष ने अपने पास रखा है और उनसे मिलने तक नहीं दिया जाता. एक घटना में पति ने उन्हें allegedly छत से धक्का दिया, जिससे वे गैलरी में गिरीं. गंभीर चोट के बाद भी रातभर अस्पताल नहीं ले जाया गया और अगले दिन इंदौर ले जाया गया.
रतलाम पुलिस का कहना है कि मामला नागदा का होने के कारण शिकायत उज्जैन पुलिस को भेज दी गई है. एडिशनल एसपी राकेश खाखा ने बताया कि पीड़िता का आवेदन दर्ज किया गया है. हालांकि अभी तक ससुराल पक्ष की कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है.