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झारखंड में दशहरा पर लौटेगी बारिश की मार! 'रावण दहन' पर पड़ सकता है असर

Jharkhand weather alert: झारखंड इस साल खूब बरसा है और नवरात्र के दौरान भी बारिश का दौर लगातार जारी है. पूजा पंडालों की रौनक और मेलों की चहल-पहल के बीच बार-बार हो रही बारिश ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है. श्रद्धालु जहां माता रानी के दर्शन और मेले का आनंद लेने में व्यस्त हैं, वहीं मौसम विभाग ने आने वाले दिनों के लिए चेतावनी जारी की है. 

Jharkhand weather alert

Jharkhand weather alert: इस साल भारत के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई है. कुछ राज्यों में तो बारिश इतनी ज्यादा थी कि बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई. झारखंड में तो नवरात्रि के दौरान भी बारिश जारी रही. पूजा पंडालों की चहल-पहल और मेलों की चहल-पहल के बीच, लगातार हो रही बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं.

भक्त जहाँ माता रानी के दर्शन और मेलों का आनंद लेने में व्यस्त हैं, वहीं मौसम विभाग ने आने वाले दिनों के लिए चेतावनी जारी की है. कई ज़िलों में, खासकर दशहरा और उसके अगले दिन, भारी बारिश की आशंका है, जिससे रावण दहन और विसर्जन समारोह प्रभावित हो सकते हैं.

नवरात्र में छतरी-रेनकोट के साथ निकल रहे लोग

नवरात्र की शुरुआत से ही झारखंड में मौसम का मिजाज बदला-बदला रहा. षष्ठी की शाम रांचीवासियों को बारिश से थोड़ी राहत मिली, जिससे रातभर पंडालों में भक्तों का तांता लगा रहा. सप्तमी से नवमी तक बड़ी संख्या में लोग मंदिरों और पंडालों में दर्शन करने पहुंचते हैं. इस बीच लोग यह मान चुके हैं कि बारिश से छुटकारा मिलना मुश्किल है. इसलिए श्रद्धालु अब छतरी और रेनकोट साथ लेकर ही पूजा और मेलों का लुत्फ उठा रहे हैं.

नवमी तक नहीं होगी भारी बारिश

मौसम विभाग की मानें तो 29 सितंबर तक रांची, पश्चिमी सिंहभूम, पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला-खरसांवा, सिमडेगा, बोकारो, गुमला, खूंटी, रामगढ़, कोडरमा, हजारीबाग और धनबाद में मेघगर्जन और वज्रपात की संभावना बनी रहेगी. हालांकि राहत की बात है कि नवमी तक भारी बारिश के आसार नहीं हैं. इस दौरान कहीं-कहीं हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है, लेकिन लोग पूजा का आनंद आराम से ले पाएंगे.

दशहरा के दिन बिगड़ सकता है मौसम

दशहरा पर हर साल झारखंड के बड़े मैदानों में रावण दहन का भव्य आयोजन होता है. रांची के मोरहाबादी मैदान और अरगोड़ा चौक ग्राउंड में मुख्यमंत्री खुद शामिल होकर रावण दहन का हिस्सा बनते हैं. हजारों की भीड़ यहां जुटती है.

मगर इस बार मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि दशहरा के दिन यानी 2 अक्टूबर को देवघर, दुमका, गिरिडीह, गोड्डा, जामताड़ा, पाकुड़ और साहिबगंज जिलों में भारी बारिश हो सकती है. साथ ही, 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा और वज्रपात का भी खतरा रहेगा. इससे रावण दहन समारोह पर असर पड़ने की आशंका है.

दशहरा के बाद भी जारी रहेंगे बादल

मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार दशहरा के अगले दिन यानी 3 अक्टूबर को झारखंड के उत्तर-पूर्वी और उत्तरी-मध्य हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है. 4 अक्टूबर को भी उत्तर-पूर्वी जिलों में तेज बारिश की संभावना जताई गई है. ऐसे में मूर्ति विसर्जन की तैयारियों पर भी पानी फिर सकता है.

मॉनसून 2025 में झारखंड ने बारिश का नया रिकॉर्ड बनाया है. 1 जून से 28 सितंबर तक राज्य में सामान्य से लगभग 18 फीसदी अधिक बारिश हो चुकी है.

पूर्वी सिंहभूम: 53% ज्यादा बारिश (सूची में पहले स्थान पर)

  • रांची व सरायकेला-खरसांवा: 52% अधिक बारिश
  • लातेहार: 38% ज्यादा बारिश
  • पश्चिमी सिंहभूम: 34% अधिक बारिश
  • रामगढ़: 32% अतिरिक्त बारिश

इन आंकड़ों से साफ है कि झारखंड इस साल बारिश से तर-बतर हो चुका है.

झारखंड में नवरात्र और दशहरा का उत्सव इस बार मौसम की मार झेल सकता है. भक्तों के जोश और उत्साह के बीच बारिश बाधा डाल सकती है. रावण दहन जैसे बड़े आयोजनों पर भी असर पड़ने की पूरी संभावना है. हालांकि लोग अब मौसम से सामंजस्य बैठा चुके हैं और छतरी-रेनकोट के साथ ही उत्सव का आनंद उठा रहे हैं.