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झारखंड में SIR को लेकर कांग्रेस की तैयारी, बनाया मास्टर प्लान, जानें क्या है रणनीति

रांची में कांग्रेस ने SIR अभियान को धारदार हथियार बना दिया है. 29,000 बूथ लेवल एजेंट नियुक्त करने का मेगा टारगेट. जिला-प्रखंड स्तर पर टीमें गठित, 15 दिसंबर तक नियुक्ति पूरी करने के सख्त निर्देश.

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Edited By: Princy Sharma
SIR Campaign India Daily
Courtesy: Pinterest

झारखंड: रांची में कांग्रेस पार्टी ने अपने SIR अभियान को लेकर तैयारियां तेज कर दी हैं. पार्टी इस अभियान को एक साधारण कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक बड़े राजनीतिक मिशन के रूप में देख रही है. इसी वजह से झारखंड में कांग्रेस ने 29,000 बूथ लेवल एजेंट (BLA) नियुक्त करने का बड़ा लक्ष्य तय किया है. संगठन ने जिला और प्रखंड स्तर पर टीम बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है और निर्देश दिया गया है कि यह पूरी नियुक्ति प्रक्रिया 15 दिसंबर तक हर हाल में पूरी कर ली जाए.

कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने रांची में हुई बैठक में स्पष्ट कहा कि एसआईआर अभियान सिर्फ सदस्यों की गिनती बढ़ाने के लिए नहीं है, बल्कि यह जनता से जुड़ी समस्याओं को समझने और बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत बनाने का बड़ा मौका है. नेताओं का कहना है कि अगर संगठन बूथ तक मजबूत होगा, तो आगामी चुनावों में पार्टी और ज्यादा प्रभावी रणनीति बना पाएगी.

29 हजार BLA की तैनाती

पार्टी ने पहले चरण में उन इलाकों को चुना है, जहां वोटरों की संख्या अधिक है. कांग्रेस ने अपने कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया है कि वे बूथों पर सक्रिय रहें और आम लोगों से लगातार संपर्क बढ़ाएं. पार्टी का मानना है कि 29 हजार BLA की तैनाती से बूथ स्तर पर कांग्रेस की पकड़ मजबूत होगी और मतदाताओं तक सीधे पहुंच आसान हो जाएगी.

कांग्रेस नेताओं ने बैठक में यह भी कहा कि अब समय बड़ी-बड़ी रैलियों का नहीं, बल्कि जिम्मेदारी निभाने का है. सभी जिला पदाधिकारियों को साफ निर्देश दिया गया है कि वे बूथ स्तर के कार्यक्रमों, प्रशिक्षण सत्रों और संगठन विस्तार पर सबसे ज्यादा ध्यान दें. इस अभियान के दौरान हर जिले में जनता की समस्याओं को इकट्ठा किया जाएगा और उन्हें सरकार तक पहुंचाने की कोशिश की जाएगी.

कांग्रेस पार्टी ने दिया ये दावा

कांग्रेस ने दावा किया है कि एसआईआर अभियान से संगठन में नई ऊर्जा आएगी और खासकर युवा व महिलाओं की भागीदारी बड़े पैमाने पर बढ़ेगी. पार्टी ने सभी जिलों में अभियान की नियमित मॉनिटरिंग और समीक्षा बैठकें करने का फैसला भी लिया है. कुल मिलाकर, कांग्रेस इस अभियान के जरिए झारखंड में अपना बूथ मैनेजमेंट मजबूत करके आगामी चुनावों में बड़ा बदलाव लाने की तैयारी में है.

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