Jharkhand coal mine collapse: झारखंड के रामगढ़ जिले में शनिवार तड़के एक दुखद हादसा सामने आया, जब कर्मा इलाके में एक कोयला खदान का हिस्सा ढह गया. इस घटना में कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई, और कई अन्य लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका जताई जा रही है. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने तत्काल बचाव अभियान शुरू कर दिया है. यह हादसा सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) की सीमा में हुआ, और प्रारंभिक जांच में अवैध खनन का मामला सामने आया है.
रामगढ़ के डिप्टी कमिश्नर (डीसी) फैज अक अहमद मुमताज ने घटना पर तुरंत प्रतिक्रिया दी. उन्होंने पीटीआई को बताया, "हमें सुबह घटना की जानकारी मिली. मामले की जांच के लिए एक प्रशासनिक टीम को मौके पर भेजा गया है." बचाव कार्यों की निगरानी के लिए प्रशासनिक टीमें घटनास्थल पर तैनात हैं, और मलबे से एक शव बरामद किया जा चुका है. कुजू पुलिस चौकी प्रभारी आशुतोष कुमार सिंह ने कहा, "अभी तक एक शव बरामद किया गया है और बचाव अभियान जारी है, क्योंकि और लोगों के फंसे होने की आशंका है."
Jharkhand: In an incident, four villagers lost their lives and six others sustained serious injuries while illegally extracting coal at the CCL Karma Project in Ramgarh district pic.twitter.com/6BM4W70cHC
— IANS (@ians_india) July 5, 2025
अवैध खनन का गंभीर आरोप
रामगढ़ के एसडीएम अनुराग तिवारी ने इस हादसे को अवैध खनन से जोड़ा. उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, "यह घटना सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) की सीमा में हुई. हम खदान ढहने की जगह पर पहुंच गए हैं. सभी कोणों से जांच की जा रही है, जिसके बाद कारण, हताहतों और चोटों का पता लगाया जा सकेगा... यह सीसीएल में अवैध खनन का मामला है." यह खुलासा अवैध खनन के गहरे नेटवर्क की ओर इशारा करता है, जो क्षेत्र में लंबे समय से सक्रिय है.
राजनीतिक प्रतिक्रिया और सवाल
इस घटना ने राजनीतिक हलकों में भी हलचल मचा दी है. झारखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने सोरेन सरकार पर तीखा हमला बोला. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "खनन के लिए लोगों की जान जोखिम में डाली जाती है और जब खदानें ढह जाती हैं, तो लोग अपनी जान गंवा देते हैं. यह सब सीधे प्रशासन की निगरानी में होता है. अवैध कोयला खनन में बहुत से माफिया जुड़े हुए हैं, जो बहुत ही संगठित तरीके से काम करते हैं... कोयला चोरी का एक सिंडिकेट भी समानांतर रूप से काम करता है. सरकार को सब पता है." मरांडी की टिप्पणी ने अवैध खनन के खिलाफ ठोस कार्रवाई की मांग को और तेज कर दिया है.
बचाव कार्य और भविष्य की दिशा
फिलहाल, बचाव टीमें मलबे में फंसे लोगों को निकालने के लिए दिन-रात काम कर रही हैं. प्रशासन ने इस मामले की गहन जांच शुरू कर दी है ताकि हादसे के कारणों और अवैध खनन के नेटवर्क का पता लगाया जा सके. यह घटना न केवल सुरक्षा मानकों की कमी को उजागर करती है, बल्कि अवैध खनन के खिलाफ सख्त नीतियों की जरूरत को भी रेखांकित करती है.