Faridabad Prison News: फरीदाबाद जिले में एक गंभीर लापरवाही सामने आई है, जहां जेल प्रशासन की छोटी सी गलती के चलते बड़ा मामला खड़ा हो गया. जेल में बंद दो कैदियों के नाम और पिता का नाम एक जैसा था, और इसी भ्रम में मारपीट के आरोपी की जगह बलात्कार के आरोपी को जमानत पर रिहा कर दिया गया.
पुलिस के अनुसार, जिस नितेश पांडे को रिहा किया गया, वह 27 वर्षीय युवक है जिसे साल 2021 में नौ साल की बच्ची के साथ बार-बार दुष्कर्म करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. वहीं, दूसरा नितेश पांडे जिसकी उम्र 24 वर्ष है, उसे हाल ही में घर में घुसकर मारपीट करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था और उसे अदालत ने जमानत दे दी थी.
दोनों कैदी न केवल एक जैसे नाम रखते हैं, बल्कि उनके पिता का नाम भी ‘रविंदर पांडे’ ही है. यही कारण था कि जेल प्रशासन रिहाई के आदेश में भ्रमित हो गया और गलती से बलात्कार के आरोपी को छोड़ दिया गया. यह रिहाई फरीदाबाद कोर्ट के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा मारपीट के आरोपी को मिली जमानत के आधार पर होनी थी.
सदर थाना SHO उमेश कुमार ने बताया कि जैसे ही जेल प्रशासन की गलती का पता चला, हमने पोक्सो आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया. पहचान छिपाकर रिहाई लेने के आरोप में टीमें गठित कर दी गई हैं. आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं और जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा. जांच में तेजी लाई जा रही है.
जेल उपाधीक्षक विक्रम सिंह ने बताया कि नितेश पांडे ने अपनी असली पहचान छिपाकर जमानत का गलत फायदा उठाया, जिसके बाद सदर थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है और अब उसकी दोबारा गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं.