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India Daily

Delhi NCR Rare Meteorite: 'अद्भुत नजारा', दिल्ली-एनसीआर के आसमान में गड़गड़ाहट के साथ चमका दुर्लभ उल्कापिंड

Delhi NCR Celestial Event: वैज्ञानिकों का कहना है कि सितंबर का महीना उल्कापिंड गतिविधि के लिहाज से अहम माना जाता है. इस दौरान अंतरिक्ष से धरती के वायुमंडल में प्रवेश करने वाले पत्थरों की संख्या बढ़ जाती है.

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Edited By: Reepu Kumari
Delhi NCR Rare meteorite
Courtesy: X and Pinterest

Delhi NCR Celestial Event: राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद और गुड़गांव) में शुक्रवार रात आसमान ने लोगों को हैरान कर दिया.अचानक आसमान में एक तेज़ चमक उठी और क्षणभर के लिए पूरा आकाश जगमगा गया.यह नजारा किसी आतिशबाजी से कम नहीं था. दरअसल, यह एक दुर्लभ उल्कापिंड था, जिसने क्षितिज पर रोशनी बिखेर दी.जैसे ही यह जलता हुआ अंतरिक्ष का टुकड़ा वायुमंडल में दाखिल हुआ, उसने आसमान में चमकदार लकीर खींच दी.इसके टूटकर बिखरने के बाद चमकते टुकड़े कई सेकंड तक लोगों को दिखाई देते रहे.

इस अद्भुत खगोलीय घटना ने दिल्ली-एनसीआर ही नहीं बल्कि उत्तर भारत के कई हिस्सों के लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया.सोशल मीडिया पर इसके वीडियो और तस्वीरें जमकर वायरल हो गईं. कई लोगों ने इसे 'आसमान में विस्फोट' तो कुछ ने 'टूटते तारे का चमकदार रूप' बताया. गाजियाबाद और अलीगढ़ जैसे इलाकों में भी लोगों ने इस रोशनी की लकीर देखी और इसे अपने कैमरों में कैद कर लिया.

एक दुर्लभ खगोलीय घटना

खगोल विज्ञान विशेषज्ञों के मुताबिक, यह उल्कापिंड असल में बोलाइड था.यह उल्कापिंड का वह रूप होता है जो पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करते ही तेज गर्मी और घर्षण के कारण धमाके के साथ टुकड़ों में बिखर जाता है. हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि यह उल्कापिंड जमीन तक पहुंचने से पहले ही जलकर नष्ट हो गया.यानी इससे किसी भी तरह का नुकसान होने की संभावना नहीं है.

चमक से दंग रह गए लोग

गवाहों ने बताया कि उल्कापिंड की चमक इतनी तेज थी कि उस पल शहर की रोशनी भी फीकी लगने लगी.कई लोगों ने इसे अवास्तविक और जिंदगी का सबसे अनोखा नजारा बताया. कुछ ने इसके बाद हल्की गड़गड़ाहट जैसी आवाज भी सुनी, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई.

वैज्ञानिकों की राय

वैज्ञानिकों का कहना है कि सितंबर का महीना उल्कापिंड गतिविधि के लिहाज से अहम माना जाता है. इस दौरान अंतरिक्ष से धरती के वायुमंडल में प्रवेश करने वाले पत्थरों की संख्या बढ़ जाती है.

शुक्रवार की घटना इसी का हिस्सा हो सकती है. 

सोशल मीडिया पर चर्चा

जैसे ही आसमान में यह घटना हुई, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वीडियो और पोस्ट की बाढ़ आ गई. लोग इसे टूटते तारे का विस्फोट कहकर शेयर करने लगे. खगोलविदों के अनुसार, सामान्य उल्कापिंड धरती पर पहुंचने से पहले ही जल जाते हैं, लेकिन बोलाइड का टूटना और चमकते टुकड़े छोड़ना इसे खास बना देता है.