हरियाणा में सर्दी के आगमन के साथ वायु प्रदूषण की समस्या और गंभीर हो गई है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के ताजा आंकड़ों के अनुसार 24 नवंबर 2025 को राज्य के कई शहरों में AQI (एयर क्वालिटी इंडेक्स) 'बहुत खराब' से 'गंभीर' स्तर पर पहुंच गया है. दिल्ली-एनसीआर से सटे इलाकों में तो स्थिति सबसे ज्यादा चिंताजनक है, जहां धुंध की चादर ने विजिबिलिटी को कम कर दिया है.
विशेषज्ञों का कहना है कि पराली जलाना, वाहनों का धुआं और निर्माण कार्य मुख्य वजहें हैं. फरीदाबाद और गुरुग्राम में AQI 300 से ऊपर चढ़ गया है, जो 'गंभीर' श्रेणी में आता है. यहां PM2.5 का स्तर खतरे के निशान से कहीं ज्यादा है, जिससे सांस लेना दर्दनाक हो रहा है. सोनीपत का AQI करीब 300 के आसपास है, जो 'बहुत खराब' कैटेगरी में डालता है.
जींद में 214 का आंकड़ा दर्ज हुआ, जो 'खराब' स्तर को दर्शाता है और सामान्य लोगों के लिए भी जोखिम भरा है. चरखी दादरी में 206 का AQI मिला, जहां प्रदूषण फेफड़ों को नुकसान पहुंचा सकता है. अंबाला में 189 का स्तर है, जो 'मध्यम' से 'खराब' के बीच झूल रहा है – यहां बच्चों और बुजुर्गों को बाहर निकलने से बचना चाहिए.
पंचकूला में AQI 218 से 249 तक पहुंचा, जबकि नारनौल में 233 रिकॉर्ड हुआ. ये आंकड़े सुबह 8 बजे के हैं और दिन भर में हवा की गति के अभाव में ये और बिगड़ सकते हैं. CPCB के अनुसार पूरे हरियाणा का औसत AQI 354 (गंभीर) है, जो स्वास्थ्य के लिए बड़ा खतरा है.
प्रदूषित हवा से अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और हार्ट प्रॉब्लम्स का खतरा बढ़ जाता है. अस्पतालों में सांस की बीमारियों से पीड़ित मरीजों की तादाद 25-30 फीसदी ज्यादा हो गई है. बच्चे, गर्भवती महिलाएं और बुजुर्ग सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं. डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि लंबे एक्सपोजर से फेफड़ों की क्षमता स्थायी रूप से कम हो सकती है.
सरकार ने स्कूलों में आउटडोर एक्टिविटीज रोक दी हैं और निर्माण कार्यों पर पाबंदी लगाई है. पराली जलाने पर सख्ती बढ़ाई गई है, लेकिन 563 से ज्यादा मामले अभी भी दर्ज हो चुके हैं.
मास्क अनिवार्य: N95 मास्क पहनें, खासकर बाहर जाते समय.
घर पर रहें: सुबह-शाम धुंध ज्यादा होती है, तभी बाहर न निकलें.
एयर क्वालिटी चेक: CPCB ऐप से लोकल AQI मॉनिटर करें.
घरेलू उपाय: खिड़कियां बंद रखें, एयर प्यूरीफायर यूज करें और गीले कपड़े से सफाई करें.
डाइट टिप्स: नींबू पानी या विटामिन C रिच फूड लें, जो इम्यूनिटी बूस्ट करे.
व्यायाम: इंडोर योगा या वॉक करें, बाहर जिम न जाएं.
अगर सांस फूलना, खांसी या चक्कर जैसे लक्षण दिखें तो तुरंत मेडिकल हेल्प लें.