Faridabad murder case: फरीदाबाद के पल्ला इलाके में एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने इंसानियत को झकझोर दिया है. 25 साल के तन्नू राजपूत की कथित तौर पर उसके ससुराल वालों ने हत्या कर दी और शव को घर के बाहर गुप्त रूप से दफना दिया. दो महीने तक परिवार ने इस जघन्य अपराध को छिपाए रखा, लेकिन पीड़िता के पिता के संदेह ने आखिरकार सच्चाई को उजागर कर दिया.
तन्नू राजपूत के परिवार ने पुलिस की गुमशुदगी की जांच पर सवाल उठाए. उनके पति अरुण सिंह के दावे, कि तन्नू मानसिक रूप से अस्थिर थी और भाग गई थी, पर उन्हें यकीन नहीं हुआ. तन्नू के पिता ने कहा, “वह कभी बिना बताए कहीं नहीं जाती थी. हमें शक था कि कुछ गलत हुआ है.” उनकी जिद और संदेह ने पुलिस को घर के बाहर एक ताजा भरे गड्ढे की जांच करने पर मजबूर किया. शुक्रवार सुबह, अरुण के पिता भूप सिंह ने पूछताछ में कबूल किया कि तन्नू की हत्या कर शव को उसी गड्ढे में दफनाया गया था.
जेसीबी ने खोली क्रूरता की परतें
पुलिस ने जेसीबी मशीन से सड़क की खुदाई शुरू की. तन्नू का परिवार दर्द और उम्मीद के बीच खड़ा था. करीब 8 फीट की गहराई में तन्नू के अवशेष मिले. उसके कपड़ों की पहचान ने परिवार की आखिरी उम्मीद को भी तोड़ दिया. बादशाह खान सिविल अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम हुआ, जिसकी रिपोर्ट जल्द आने की उम्मीद है.
अपराध को छिपाने की साजिश
जांच से पता चला कि ससुराल वालों ने शव को छिपाने के लिए सुनियोजित साजिश रची थी. उन्होंने पड़ोसियों को बताया कि वे जलभराव रोकने के लिए गड्ढा खोद रहे हैं. हकीकत में, यह तन्नू की कब्र थी. 22 अप्रैल को गली में एक शादी के बाद, अगले दिन खुदाई शुरू हुई थी. रात के अंधेरे में शव को गड्ढे में दफनाया गया और मिट्टी से ढक दिया गया. प्लास्टिक चादरें बिछाकर इसे दुर्घटना-रोधी बताया गया.
पुलिस का बयान
पल्ला थाने के एसएचओ इंस्पेक्टर सत्य प्रकाश ने कहा, “गड्ढा अप्रैल में सीवर कनेक्शन के लिए खोदा गया था. हत्या के बाद, परिवार ने शव को रात में दफना दिया. पड़ोसियों को कोई शक नहीं हुआ.''