कुत्तों को लेकर हुआ विवाद आखिरकार एक व्यक्ति की जान पर भारी पड़ गया. फरीदाबाद के एसजीएम नगर में रहने वाले जगन नामक सफाई कर्मचारी ने शुक्रवार सुबह कथित तौर पर आत्महत्या कर ली. मृतक के बेटे कपिल ने पुलिस को दी शिकायत में पड़ोसी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि पालतू कुत्तों से परेशान होकर उनके पिता ने यह कदम उठाया.
कपिल ने अपनी शिकायत में बताया कि उनके पड़ोसी खुशीराम के पांच पालतू कुत्ते अक्सर खुले में घूमते रहते थे और जगन की बाइक व स्कूटर की सीट फाड़ देते थे, साथ ही कूड़े को बिखेर देते थे. जगन ने कई बार खुशीराम से आग्रह किया कि वह अपने कुत्तों को काबू में रखें, लेकिन वह हर बार बहस करता और बदतमीजी से पेश आता था. यह लगातार हो रही घटनाएं जगन को मानसिक रूप से परेशान कर रही थीं.
कपिल के अनुसार, उनके पिता जगन ने इस मुद्दे को लेकर एनएच-3 एनआईटी पुलिस पोस्ट और फरीदाबाद नगर निगम में भी शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन किसी भी स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. इससे उनका मानसिक तनाव और बढ़ गया. कपिल ने आरोप लगाया कि प्रशासनिक लापरवाही और पड़ोसी की उपेक्षा ने उनके पिता को आत्महत्या के लिए मजबूर कर दिया.
शुक्रवार सुबह लगभग 5:30 बजे यह घटना हुई और सुबह 7:20 बजे पुलिस को सूचना दी गई. जगन के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए बादशाह खान सिविल अस्पताल भेज दिया गया है. एसजीएम नगर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर रणबीर सिंह ने बताया कि मामले में आत्महत्या के लिए उकसाने और एससी/एसटी एक्ट की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है. अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन आरोपी को बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया जाएगा.
इंस्पेक्टर रणबीर सिंह ने यह भी बताया कि खुशीराम पालतू कुत्तों को नहीं बल्कि अक्सर आवारा कुत्तों को खाना खिलाता था, जिससे उनके घर के आसपास कुत्तों का जमावड़ा लगा रहता था. प्रारंभिक जांच में यही सामने आया है कि कुत्तों की वजह से जगन परेशान था और दलित होने की वजह से मामला एससी/एसटी एक्ट के तहत दर्ज किया गया है. जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.