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India Daily

'छह साल बाद भी हवा उतनी ही जहरीली', शशि थरूर ने 2018 का एक पोस्ट शेयर कर दिल्ली के प्रदूषण को लेकर कसा तंज

दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के बीच कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने छह साल पुरानी पोस्ट दोबारा साझा की. थरूर ने कहा कि दिल्ली की हवा आज भी उतनी ही जहरीली है जितनी छह साल पहले थी.

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Edited By: Kuldeep Sharma
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Courtesy: social media

नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर की हवा एक बार फिर जहरीली हो गई है. राजधानी में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 'बहुत खराब' श्रेणी में पहुंच चुका है. 

इस बीच कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने सोशल मीडिया पर छह साल पुरानी पोस्ट दोबारा साझा की है, जिसमें उन्होंने दिल्ली की हवा की तुलना सिगरेट और बीड़ी से की थी. थरूर ने लिखा कि छह साल बाद भी यह पोस्ट दुखद रूप से प्रासंगिक बनी हुई है.

दिल्ली की हवा पर थरूर का तंज

शशि थरूर ने X पर अपनी 2018 की एक पोस्ट साझा की, जिसमें लिखा था- 'कब तक जिंदगी काटोगे सिगरेट, बीड़ी और सिगार में? कुछ दिन तो गुजारो दिल्ली-एनसीआर में.' थरूर ने इस पोस्ट के साथ लिखा, 'छह साल की लापरवाही के बाद भी यह पोस्ट आज भी उतनी ही दुखद और निराशाजनक रूप से प्रासंगिक है.' यह बयान दिल्ली की गिरती वायु गुणवत्ता पर एक तीखा व्यंग्य माना जा रहा है.

दिल्ली फिर बनी देश की सबसे प्रदूषित राजधानी

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के मुताबिक, शनिवार सुबह 9 बजे दिल्ली का औसत AQI 335 दर्ज किया गया, जो 'रेड जोन' यानी बेहद खराब श्रेणी में आता है. यह देश का सबसे प्रदूषित शहर बन गया है. राजधानी में पीएम 2.5 मुख्य प्रदूषक के रूप में दर्ज किया गया. दिल्ली में तापमान 11 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, जो सामान्य से तीन डिग्री कम है.

'फेफड़ों पर बढ़ते बोझ' की चेतावनी

थरूर ने दो दिन पहले भी एक पोस्ट में चेतावनी दी थी कि जैसे-जैसे नवंबर आगे बढ़ेगा, फेफड़ों पर बोझ और बढ़ता जाएगा. उन्होंने AQI की एक तस्वीर साझा की थी, जिसमें सूचकांक 371 दिखाया गया था. राजधानी में दिवाली के बाद से वायु गुणवत्ता लगातार 'खराब' से 'बहुत खराब' के बीच बनी हुई है, और कई बार 'गंभीर' श्रेणी में भी पहुंच गई है.

IMD और CPCB की रिपोर्ट ने बढ़ाई चिंता

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया कि दिन का अधिकतम तापमान 28.6 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 0.9 डिग्री कम है. CPCB के मुताबिक, वायु प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी का मुख्य कारण मौसम में ठंडक बढ़ना और हवा का रुक जाना है, जिससे धूल और प्रदूषक तत्व जमीन के पास जम जाते हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि अगर जल्द ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो स्थिति और बिगड़ सकती है.

दिल्ली की सांसें फिर हुईं भारी

AQI के पैमाने के अनुसार, 0-50 'अच्छा', 51-100 'संतोषजनक', 101-200 'मध्यम', 201-300 'खराब', 301-400 'बहुत खराब' और 401-500 'गंभीर' माना जाता है. फिलहाल दिल्ली ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी हुई है. राजधानी की यह स्थिति एक बार फिर यह सवाल खड़ा करती है कि आखिर कब दिल्लीवासी बिना मास्क और बिना धुंध के सांस ले पाएंगे.