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India Daily

भाजपा-चुनाव आयोग की ‘वोट चोरी’ की बड़ी वजह कांग्रेस की खामोशी- प्रियंका कक्कड़

आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि उसकी चुप्पी के कारण भाजपा और चुनाव आयोग को चुनावी धांधली करने का हौसला मिला. पार्टी प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि दिल्ली, गुजरात और चंडीगढ़ में वोट चोरी के गंभीर आरोपों पर कांग्रेस ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, जिससे बिहार में भी एसआईआर प्रक्रिया के जरिए नकली वोटर जोड़ने और असली वोटर हटाने का रास्ता खुल गया.

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Edited By: Kuldeep Sharma
Priyanka Kakkar
Courtesy: web

आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस पर बड़ा हमला करते हुए कहा है कि भाजपा और चुनाव आयोग की कथित ‘वोट चोरी’ की सबसे बड़ी वजह कांग्रेस का दोहरापन और खामोशी है. आप प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने प्रेसवार्ता में आरोप लगाया कि दिल्ली, गुजरात और चंडीगढ़ में चुनावी गड़बड़ियों के सबूत देने के बावजूद कांग्रेस ने इन मामलों पर कभी आवाज नहीं उठाई, जबकि महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे राज्यों में वह सक्रिय दिखती है.

प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि जब ‘आप’ ने दिल्ली में मतदाता सूची से नाम काटने, गुजरात में उम्मीदवार को हाउस अरेस्ट करने और चंडीगढ़ मेयर चुनाव में खुलेआम वोट में छेड़छाड़ की बात उठाई, तब कांग्रेस ने चुप्पी साध ली. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और कर्नाटक में तो कांग्रेस जोर-शोर से बोलती है, लेकिन दिल्ली में हुए वोट चोरी के मामलों पर एक शब्द नहीं कहती.

दिल्ली में वोटर नाम काटने का आरोप

कक्कड़ के अनुसार, चार महीने तक ‘आप’ ने लगातार प्रेसवार्ता कर यह दिखाया कि भाजपा नेता शहादरा विधानसभा में हजारों मतदाताओं के नाम काटने के आवेदन डाल रहे हैं. पार्टी ने चुनाव आयोग को 3,000 पन्नों का हलफनामा और सबूत सौंपे, लेकिन आयोग ने कोई कार्रवाई नहीं की. उनका आरोप है कि कांग्रेस भी उस समय चुप रही और भाजपा को मौन समर्थन देती रही.

बिहार में एसआईआर प्रक्रिया पर सवाल

प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि अब बिहार में एसआईआर प्रक्रिया के जरिए बड़े पैमाने पर मतदाता सूची में छेड़छाड़ हो रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि बाढ़ प्रभावित जिलों में बीएलओ नागरिकता जांच के नाम पर असली वोटर हटाकर नकली नाम जोड़ रहे हैं, जबकि नागरिकता की जांच केंद्र सरकार का अधिकार है.

चुनाव आयोग की पारदर्शिता पर निशाना

कक्कड़ ने कहा कि चुनाव आयोग ने खुद स्वीकार किया कि 65 लाख नाम वोटर लिस्ट से हटाए गए, जिनमें 22 लाख मृतक और 7 लाख डुप्लीकेट वोटर शामिल हैं, लेकिन सुप्रीम कोर्ट में यह जानकारी देने से मना कर दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि आयोग ने वेबसाइट से यूपी और बिहार का डिजिटल डेटा हटा दिया और स्कैन कॉपी डाल दी ताकि गड़बड़ियां मशीन से पकड़ में न आएं.

नकली वोटरों के उदाहरण

प्रियंका कक्कड़ ने बाल्मीकि नगर का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां हजारों फर्जी वोटर जोड़े गए, जिनमें ‘डॉग बाबू’, ‘कैट कुमार’ और यहां तक कि ‘डोनाल्ड ट्रम्प’ जैसे नाम शामिल हैं. उन्होंने दावा किया कि मृतक पीके कुमार, जिनके श्राद्ध में मंत्री गिरिराज सिंह गए थे, उनका नाम भी वोटर लिस्ट में मौजूद है.

देशभर में एकजुट होने की अपील

अंत में कक्कड़ ने कहा कि भाजपा ने चुनाव आयोग के साथ मिलकर वोट चोरी का एक वैध तरीका तैयार किया है, जैसे पहले काले धन को सफेद करने के लिए इलेक्टोरल बॉन्ड का इस्तेमाल किया गया. उन्होंने देशवासियों से अपील की कि पार्टी की राजनीति से ऊपर उठकर इस मुद्दे पर एकजुट हों और सही सवाल पूछें, ताकि कोई भी नागरिक अपने वोट के अधिकार से वंचित न रहे.