Delhi Gang Member Arrested: दिल्ली एवं आस-पास के क्षेत्रों में दशकों से सक्रिय ‘ठक-ठक गैंग’ अपनी संगठित चोरी, डकैती, वाहन चोरी और अवैध हथियार रखने के लिए बदनाम है. पुलिस के अनुसार, इस गिरोह के कई सदस्यों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है, लेकिन सुराज उर्फ माइकल लगभग पांच वर्षों से कानून की नजर से बचा हुआ था.
अंबेडकर नगर थाना में वर्ष 2020 में दर्ज प्राथमिकी में महाराष्ट्र नियंत्रित संगठित अपराध कानून (MCOCA) की धाराएं भी शामिल की गई थीं. गिरोह के सरगना पी सिल्वा के साथ सुराज का नाम भी इस एफआईआर में दर्ज था. पुलिस ने बताया कि जारी छानबीन में सुराज का रुख मोनिटर करने के बाद दिसम्बर 2024 में उसे कोर्ट ने घोषित अपराधी (Proclaimed Offender) करार दिया.
DCP क्राइम ब्रांच आदित्य गौतम ने बताया, 'टीम ने इंटेलिजेंस के आधार पर सुराज का ठिकाना संकुचित किया. लगातार मॉनिटरिंग व कई जानकारियों के विश्लेषण के बाद 19 जून को इंडरपुरी क्षेत्र से उसे एक टारगेटेड ऑपरेशन में गिरफ्तार किया गया.'
उपरोक्त कार्रवाई से पहले सुराज ने अंबेडकर नगर से दिल्ली के इंडरपुरी में अपनी लोकेशन बदल ली थी, जहां वह दस साल पहले हुई सड़क हादसे के बाद भी अपराधी जीवन नहीं छोड़ा.
पूछताछ में सुराज ने कबूला कि वह गिरोह नेता सिल्वा का विश्वस्त सहायक है और 2013 से सक्रिय भूमिका निभा रहा है. उसने बताया कि गंभीर दुर्घटना के बावजूद उसने गैंग के उथल-पुथल भरे कामकाज से अलगाव नहीं अपनाया.
अधिकारियों ने कहा है कि अब सुराज की गिरफ्तारी से जुड़े अन्य अनसुलझे मामलों की जांच तेज कर दी गई है. 'इसके सहयोगी अभी भी फरार हैं, उनकी लोकेशन का पता लगाने के लिए टीम काम कर रही है,' DCP गौतम ने आगे बताया.