नई दिल्ली: दिल्ली की मंगलवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 425 दर्ज किया गया, जो 'गंभीर' श्रेणी में आता है. यह फैसला बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली सरकार ने लिया है. अब राजधानी में कक्षा 5 तक के बच्चों की कक्षाएं हाइब्रिड मोड में आयोजित की जाएंगी यानी बच्चे ऑनलाइन या ऑफलाइन, दोनों तरह से पढ़ सकेंगे.
सरकार ने यह फैसला बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए लिया है, क्योंकि छोटे बच्चे प्रदूषण के असर से जल्दी प्रभावित होते हैं. सुबह के समय दिल्ली के कई इलाकों में घना स्मॉग छाया रहा. लोगों को आंखों में जलन और सांस लेने में दिक्कत की शिकायतें भी मिलीं. रिपोर्ट के अनुसार मंगलवार सुबह दिल्ली का औसत AQI 425 रहा, जबकि कई इलाकों में यह 450 के पार चला गया.
Delhi govt directs schools to conduct classes in hybrid mode for students up to Class 5 in view of spike in pollution levels. pic.twitter.com/BRpW5HJANL
— Press Trust of India (@PTI_News) November 11, 2025
मौसम विभाग के मुताबिक, ठंडी हवाओं और कम वायु प्रवाह के कारण प्रदूषक तत्व फंस रहे हैं, जिससे प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार आज सुबह 11 बजे दिल्ली-एनसीआर के 39 में से 38 मॉनिटरिंग स्टेशनों पर वायु गुणवत्ता 'गंभीर' श्रेणी में रही. मुंडका में AQI 464, आरके पुरम में 458, मथुरा रोड पर 458, नेहरू नगर में 456 और सीरीफोर्ट में 454 दर्ज किया गया.
दिल्ली सरकार ने शिक्षा निदेशालय को निर्देश दिया है कि कक्षा 5 तक के छात्रों को स्कूल आने के लिए मजबूर न किया जाए. स्कूल चाहें तो हाइब्रिड मोड में यानी ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से क्लासेस चला सकते हैं. इससे छोटे बच्चों को प्रदूषण के खतरे से बचाया जा सकेगा.
दिल्ली में पहले से ही ग्रेडेड रेस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) का तीसरा चरण लागू है, जिसके तहत गैर-जरूरी निर्माण कार्यों और कुछ डीजल वाहनों पर रोक लगाई गई है. सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और घर से काम करने को प्राथमिकता दें.
दिल्ली सरकार ने नागरिकों से कहा है कि वे मास्क पहनें, बाहर कम निकलें और बच्चों व बुजुर्गों को प्रदूषण से बचाएं. वहीं विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि सुबह की सैर और बाहरी गतिविधियों से फिलहाल परहेज किया जाए.