गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से एक हैरान करने वाला मामला सामने आ रहा है. बता दें गाजियाबाद में नकली दवाओं की जालसाजी चल रही थी. जिस पर दिल्ली क्राइम ब्रांच ने बड़ी कार्यावाही की. पुलिस ने नकली फैक्ट्री का भांडाफोड़ा. साथ ही पुलिस के हाथ 2 आरोपी भी लगे हैं.
ये फैक्ट्री किराये के घर में चलाई जा रही थी, जिसमें स्किन रोग से संबंधित नकली दवाईओ का निर्माण होता था. पुलिस ने आरोपी के इस ठिकाने पर छापा मारा जहां से उन्हें 2.30 करोड़ का माल बरामद हुआ है.
दरअसल, गाजियाबाद के लोनी में नकली दवाओं की एक फैक्ट्री करीब तीन महीने पहले शुरू की गई थी। इस फैक्ट्री के लिए ओरोपियों ने शौकत अली नाम के एक शख्स का घर किराये पर लिया था। घर मिलने के बाद उन्हें बिजली और पानी जैसी सुविधाएं भी आसानी से मिल जाती थी।
दिल्ली क्राइम ब्रांच ने इस मामले पर संज्ञान लिया. पुलिस की कार्यवाही में दो आरोपी पकड़े गए, जिनकी पहचान गौरव भगत और श्रीराम उर्फ विशाल गुप्ता के रूप में की गई है. दोनो स्किन समस्या से संबंधित बेटनोबेट जैसी नकली क्रीम बनाते थे और इसे कई उत्तर भारत के कई राज्यों में सप्लाई करते थे.
दिल्ली क्राइम ब्रांच ने गाजियाबाद में नकली दवा फैक्ट्री पकड़ी है। 2 आरोपी गौरव भगत और श्रीराम उर्फ विशाल गुप्ता गिरफ्तार हैं !!
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) December 15, 2025
स्किन रोग में काम आने वाली बेटनोबेट जैसी क्रीम भी नकली बनाई जा रही थी। 2.30 करोड़ का माल जब्त हुआ। उत्तर भारत के कई राज्यों में सप्लाई थी। pic.twitter.com/3M3SfPOpOr
पड़ोसियों ने किया खुलासा
जब पुलिस ने फैक्ट्री में छापा मारा तो उनके पड़ोसियों ने भी कई खुलासे किए. लोगों ने बताया कि फैक्ट्री में अगर कोई झांकने की कोशिश करता था तो आरोपी उसे डांट देता था। वह सुबह अंदर से ताला लगाकर काम करता था. कई बार गौरव खुद ही स्कूटी पर माल लेकर जाता था. ये नकली दवाओं की फैक्ट्री लोनी मीरपुर गांव के पास लक्ष्मी सिटी सेकेंड कॉलोनी में स्थित खसरा नंबर 754 के 400 गज के मकान में सितंबर महीने में शुरू की गई थी।
पड़ोसियों ने बताया आरोपी गौरव भगत पिछले चार साल से लोनी की लक्ष्मी सिटी मीरपुर इलाके में रह रहा था. स्थानीय लोगों के अनुसार गौरव का स्वभाव झगड़ालू था और वह फैक्ट्री के पास ही रहता था. कार्रवाई के बाद उसके घर पर ताला लगा हुआ मिला.