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India Daily

दिल्ली में जहरीली धुंध का प्रकोप जारी, एयर क्वालिटी बेहद खराब, जानिए आज का AQI

दिल्ली और एनसीआर में वायु गुणवत्ता लगातार खराब बनी हुई है. बुधवार को राजधानी का AQI 337 पर पहुंचा, जिसमें 39 निगरानी केंद्रों में से 34 ने बेहद खराब और 5 ने खराब श्रेणी दर्ज की.

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Edited By: Reepu Kumari
Delhi Air Quality Remains Hazardous
Courtesy: Gemini

नई दिल्ली:  दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र लगातार वायु प्रदूषण की चपेट में है. राजधानी में बुधवार को AQI 337 दर्ज किया गया, जो लोगों की सांसों के लिए गंभीर खतरा बना हुआ है. 39 निगरानी केंद्रों में अधिकांश ने बेहद खराब वायु गुणवत्ता दर्ज की, जिससे छोटे बच्चे, बुजुर्ग और सांस की बीमारी वाले लोग सबसे अधिक प्रभावित हैं. एनसीआर के पड़ोसी क्षेत्रों नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद और फरीदाबाद में भी प्रदूषण के स्तर में कोई सुधार नहीं देखा गया.

विशेषज्ञों का कहना है कि वायु में वाहनों का उत्सर्जन सबसे बड़ा कारण है, जबकि पराली जलाने का योगदान कम है.

सुबह से ही खराब हवा का हमला

सुबह 7 बजे, रोहिणी में एक्यूआई 376 दर्ज किया गया और दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (367), आनंद विहार (364), बवाना (382), अशोक विहार (364), बुराड़ी (347), अलीपुर (344), आईटीओ (360) और द्वारका (361) सहित कई अन्य प्रदूषण हॉटस्पॉट में भी वायु गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में दर्ज की गई, जो राजधानी के बड़े हिस्से में जारी खतरनाक स्थिति को दर्शाता है.

एनसीआर का भी हाल बेहाल

पड़ोसी एनसीआर क्षेत्र में, नोएडा जहरीली हवा से जूझता रहा, कई निगरानी स्टेशनों के आंकड़ों के अनुसार, सेक्टर 1 (355), सेक्टर 62 (304), सेक्टर 116 (372) और सेक्टर 125 (399) में वायु गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में रही.

ग्रेटर नोएडा में दो निगरानी स्टेशनों ने अलग-अलग वायु गुणवत्ता स्तर की सूचना दी: नॉलेज पार्क-III ने 290 का खराब AQI दर्ज किया, जबकि नॉलेज पार्क-V ने 359 का बहुत खराब AQI दर्ज किया. गाजियाबाद में, चार निगरानी स्टेशनों ने वायु गुणवत्ता को बहुत खराब श्रेणी में मापा, जबकि वसुंधरा में एक स्टेशन ने खराब वायु गुणवत्ता की सूचना दी.

गुरुग्राम और फरीदाबाद 

इस बीच, गुरुग्राम और फरीदाबाद का प्रदर्शन तुलनात्मक रूप से बेहतर रहा, जहां गुरुग्राम और फरीदाबाद के सभी स्टेशनों ने AQI को खराब श्रेणी में दर्ज किया. कुल मिलाकर, दिल्ली-एनसीआर में रविवार के स्तर की तुलना में वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार दर्ज किया गया.

वायु गुणवत्ता बहुत खराब बनी रहेगी

इसके अलावा, दिल्ली के लिए वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार, 26-28 नवंबर तक वायु गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में रहने की संभावना है. पूर्वानुमानों से संकेत मिलता है कि अगले छह दिनों में स्थिति गंभीर और बेहद खराब के बीच उतार-चढ़ाव कर सकती है.

इथियोपिया का असर 

इस सप्ताह के शुरू में वायु गुणवत्ता में आई गिरावट का संबंध इथियोपिया के अफार क्षेत्र में स्थित ढाल ज्वालामुखी, हेली गुब्बी के विस्फोट से था, जिसके कारण राख का गुबार वायुमंडल में लगभग 14 किमी (45,000 फीट) ऊपर चला गया तथा लाल सागर के पार पूर्व की ओर फैल गया.

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, राख के बादल अब मंगलवार को चीन की ओर बढ़ गए हैं . हालाँकि पूर्वानुमान मॉडल ने पहले मंगलवार को गुजरात, दिल्ली-एनसीआर, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा पर संभावित राख के प्रभाव का अनुमान लगाया था, लेकिन अब इस प्रणाली का इस क्षेत्र पर कोई प्रभाव पड़ने का अनुमान नहीं है.

आईएमडी ने बुधवार को मध्यम कोहरे की भविष्यवाणी की है, तथा तापमान 24 डिग्री सेल्सियस (अधिकतम) और 9 डिग्री सेल्सियस (न्यूनतम) के आसपास रहने की उम्मीद है.