Naxal Operation Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ जंगलों में जिला रिजर्व गार्ड (DRG) के जवानों ने नक्सल विरोधी अभियान में एक बड़ी सफलता हासिल की. इस संयुक्त ऑपरेशन में 27 माओवादी मारे गए, जिनमें वांछित माओवादी महासचिव बासवराजू भी शामिल था. यह कार्रवाई माओवादियों की रीढ़ तोड़ने वाली मानी जा रही है.
ऑपरेशन के बाद सामने आए वीडियो में DRG के जवान बारिश में नाचते, एक-दूसरे को रंग लगाते और देशभक्ति गीतों पर जश्न मनाते दिखाई दिए. जब वे अपने गांव लौटे तो लोगों ने आरती उतारी और ‘भारत माता की जय’ के नारों से उनका स्वागत किया. यह दृश्य भावनाओं से भरा हुआ और गौरव से भरा था.
बस्तर रेंज के आईजी पी. सुंदरराज ने जानकारी दी कि मारा गया बासवराजू कई हमलों का मुख्य साजिशकर्ता था. उन्होंने कहा, 'बासवराजू की मौत माओवाद विरोधी अभियान में बड़ी उपलब्धि है.' इसके साथ ही मौके से भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए, जिनमें AK-47, SLR-INSAS कार्बाइन और बड़ी संख्या में कारतूस शामिल हैं.
#WATCH | Chhattisgarh: DRG jawans celebrate after the successful elimination of 27 naxals during an encounter in the forest area of Abujhmad in Narayanpur on 21st May. pic.twitter.com/zN5ofmgJ8n
— ANI (@ANI) May 22, 2025
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस ऑपरेशन की सराहना करते हुए एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, 'हमारी सेनाओं पर गर्व है. सरकार माओवाद को खत्म करने और जनता को शांति व विकास का जीवन देने के लिए प्रतिबद्ध है.' गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, 'तीन दशकों में यह पहला मौका है जब माओवादी महासचिव स्तर का नेता मारा गया है.' उन्होंने इसे 'नक्सली आंदोलन की रीढ़' की समाप्ति करार दिया. शाह ने बताया कि ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट के बाद 54 नक्सली गिरफ्तार हुए और 84 ने आत्मसमर्पण किया.
यह ऑपरेशन माओवाद के खात्मे की दिशा में एक निर्णायक कदम है. हालांकि एक DRG जवान की शहादत इस सफलता की कीमत बन गई, लेकिन यह देश की सुरक्षा और स्थिरता के लिए एक बड़ी जीत है.