Bihar Weather Alert: बिहार में मानसून ने एक बार फिर जोर पकड़ लिया है और मौसम विभाग ने अगले तीन घंटों के लिए बड़े हिस्से में बारिश का अलर्ट जारी कर दिया है. पटना से लेकर किशनगंज तक आसमान में घने बादल छाए हुए हैं और कई जिलों में सुबह से ही बूंदाबांदी हो रही है. मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तर और पूर्वी बिहार, कोसी और सीमांचल क्षेत्र में भारी से अति भारी बारिश की संभावना है, जबकि दक्षिण बिहार में मानसून की रफ्तार थोड़ी धीमी रहेगी.
शनिवार, 9 अगस्त को जारी पूर्वानुमान के अनुसार, राज्य के कई जिलों में गरज के साथ तेज बारिश, तेज़ हवाएं और वज्रपात का खतरा है. येलो, ऑरेंज और रेड अलर्ट जारी कर लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है. खासतौर पर किशनगंज, अररिया, सुपौल, कटिहार, भागलपुर, पूर्णिया, मधुबनी, सीतामढ़ी और शिवहर जिलों में अगले 24 घंटों के भीतर भारी बारिश की संभावना जताई गई है.
बिहार में इस समय मानसून पूरी तरह सक्रिय है और मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले कुछ घंटों में कई जिलों में मौसम का मिजाज बिगड़ सकता है. शनिवार सुबह से ही पटना में हल्की से मध्यम बारिश हो रही है, जबकि सीमांचल और कोसी क्षेत्र में बादल गरजने लगे हैं. विभाग ने किशनगंज, अररिया, सुपौल, कटिहार, भागलपुर, पूर्णिया, मधुबनी, सीतामढ़ी और शिवहर में भारी बारिश की चेतावनी दी है.
मौसम विभाग के मुताबिक, इन जिलों में येलो अलर्ट लागू किया गया है, जबकि कुछ इलाकों में ऑरेंज और रेड अलर्ट भी घोषित किया गया है. इसका मतलब है कि लोगों को यात्रा और बाहरी गतिविधियों में सावधानी बरतनी होगी. बिजली गिरने और तेज़ हवाओं के साथ बारिश की संभावना होने के कारण खेतों में काम करने वाले किसानों और खुले क्षेत्रों में रहने वालों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है.
उत्तर और पूर्वी बिहार में मानसून की सक्रियता अगले 2-3 दिनों तक बनी रहेगी, जिससे इन क्षेत्रों में अच्छी बारिश होने की उम्मीद है. वहीं दक्षिण बिहार में बारिश की तीव्रता अपेक्षाकृत कम रहेगी, लेकिन हल्की से मध्यम बारिश के आसार बने रहेंगे. कटिहार और भागलपुर जैसे जिलों में नदियों का जलस्तर पहले से ही बढ़ा हुआ है, और भारी बारिश से बाढ़ की आशंका भी बढ़ सकती है.
मौसम विभाग ने साफ किया है कि भारी बारिश के दौरान शहरी इलाकों में जलजमाव और यातायात बाधित होने की संभावना है. प्रशासन ने भी आपदा प्रबंधन टीमों को अलर्ट मोड पर रखा है, ताकि जरूरत पड़ने पर राहत और बचाव कार्य तुरंत शुरू किया जा सके.
विशेषज्ञों का कहना है कि बिहार में इस बार मानसून का दौर अगस्त मध्य तक सक्रिय रहेगा, जिससे किसानों को खरीफ फसलों के लिए पर्याप्त पानी मिलेगा. हालांकि, लगातार भारी बारिश से बाढ़ प्रभावित जिलों में मुश्किलें बढ़ सकती हैं. इसलिए लोगों को मौसम विभाग के ताजा अपडेट्स पर नजर बनाए रखने और अलर्ट का पालन करने की सलाह दी गई है.