नई दिल्ली: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की रिहाई को लेकर हालात लगातार तनावपूर्ण बने हुए हैं. उनकी बहनों ने एक बार फिर अदियाला जेल के बाहर डेरा डाल दिया और मंगलवार को सैकड़ों समर्थकों के साथ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. इमरान की बहनों का कहना है कि जेल में उनके भाई की सेहत और सुरक्षा को लेकर गंभीर खतरा है. सरकार जानबूझकर उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से परेशान कर रही है.
मंगलवार को इमरान खान की बहनें उज्मा खान और अलीमा खान समर्थकों के साथ जेल के मुख्य गेट पर पहुंची और वहां धरना दिया. इस दौरान इमरान समर्थक 'आजादी-आजादी' और 'सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है' जैसे नारे लगाते दिखे. जेल प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित रखने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया था.
कुछ दिन पहले इमरान खान की मौत होने की अफवाहें फैलने के बाद उनकी बहन उज्मा को जेल में उनसे मिलने की अनुमति दी गई थी. मुलाकात के बाद उज्मा खान ने बताया कि इमरान खान शारीरिक रूप से तो ठीक हैं, लेकिन उन्हें मानसिक यातना दी जा रही है. उन्होंने कहा कि इमरान को ज्यादातर समय कोठरी में बंद रखा जाता है और बहुत कम समय के लिए बाहर आने दिया जाता है. न ही उन्हें किसी से बात करने की इजाजत मिलती है. गौरतलब है कि इमरान खान अगस्त 2023 से जेल में बंद है.
इसी बीच एक बड़ी जानकारी सामने आई है. रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार इमरान खान के खिलाफ देशद्रोह (ट्रिजन) का मामला दर्ज करने की तैयारी कर रही है. इतना ही नहीं उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पर भी पाबंदी लगाने की चर्चाएं तेज है.
सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान की सेना और सरकार मिलकर इमरान खान को राजनीति से पूरी तरह बाहर करने की कोशिश में हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि अधिकारियों का मानना है कि इमरान खान का सरकार और संस्थानों से लगातार टकराव देश की स्थिरता के लिए खतरा बन सकता है. इसलिए उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की संभावना बढ़ गई है.