राष्ट्रीय जनता दल यानी RJD के नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग और केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला है. एसआईआर अभियान के तहत बिहार में वोटर लिस्ट से नाम हटाए जाने के आरोपों को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा कि उनकी पार्टी इस मुद्दे को लेकर न्यायालय, सदन और सड़कों पर लड़ाई लड़ रही है, लेकिन चुनाव आयोग ने अब तक एक भी प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तेजस्वी यादव ने सोमवार को एक प्रेस वार्ता में कहा, "हम कोर्ट में लड़ रहे हैं, सड़क पर लड़ रहे हैं और सदन में भी लड़ रहे हैं लेकिन चुनाव आयोग बेशर्म हो गया है. सुप्रीम कोर्ट के सुझावों के बाद भी चुनाव आयोग ने आधार कार्ड, राशन कार्ड और पहचान से जुड़े मुद्दों पर कुछ भी स्पष्ट नहीं किया है." उन्होंने आरोप लगाया कि ECI की चुप्पी से यह स्पष्ट है कि इस पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं है और इससे जनविश्वास को ठेस पहुंची है.
#WATCH | Delhi | On the SIR (Special Intensive Revision) exercise in Bihar, RJD leader Tejashwi Yadav says, "We are fighting in the Court, on the streets, in the House. But the Election Commission has become shameless. ECI did not hold a single press conference on this issue.… pic.twitter.com/SRUupDGyxF
— ANI (@ANI) July 22, 2025
उन्होंने दावा किया कि SIR अभियान के जरिए बिहार के लाखों मतदाताओं के नाम बिना उनकी जानकारी के हटाए जा रहे हैं. यह जनाधिकारों का खुला उल्लंघन है और लोकतंत्र के लिए खतरनाक संकेत है. तेजस्वी ने कहा, "हमारा मुद्दा यह नहीं है कि उपराष्ट्रपति कौन बनेगा, हमारा मुद्दा यह है कि बिहार का कोई भी मतदाता सूची से बाहर न किया जाए."
तेजस्वी यादव ने केंद्र सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि यह सब एक "राजनीतिक साजिश" का हिस्सा है, जिसमें विपक्षी वोटरों को निष्क्रिय करने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने चुनाव आयोग से तत्काल स्पष्ट नीति और पारदर्शिता की मांग की, ताकि आम नागरिकों के अधिकारों की रक्षा हो सके. इस पूरे घटनाक्रम को लेकर विपक्षी दलों में रोष है और इस मुद्दे पर आने वाले समय में संसद और सड़क दोनों जगह विरोध की संभावना जताई जा रही है.