AI video of PM Modi Mother: पटना हाई कोर्ट ने बुधवार को कांग्रेस को निर्देश दिया कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी दिवंगत मां हीरबान का एक विवादास्पद एआई-जनरेटेड वीडियो हटा दे. इससे पार्टी की बिहार इकाई द्वारा सोशल मीडिया पर प्रसारित किया गया था. कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश पी.बी.बजंत्री ने पार्टी को सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से वीडियो हटाने का निर्देश दिया है.
10 सितंबर को बिहार कांग्रेस इकाई ने 36 सेकंड का वीडियो पोस्ट किया, जिस पर 'एआई जनरेटेड' लिखा था, जिसमें 'प्रधानमंत्री अपनी दिवंगत मां के बारे में सपना देखते हुए दिखाई दे रहे हैं, जो चुनावी राज्य बिहार में उनकी राजनीति को लेकर उनकी आलोचना कर रही हैं.'
भाजपा और एनडीए के सहयोगियों ने वीडियो की निंदा की है और कांग्रेस पर प्रधानमंत्री को निशाना बनाने के लिए इस तरह की 'शर्मनाक' रणनीति अपनाने का आरोप लगाया है. पार्टी ने यह भी कहा कि यह वीडियो इस वर्ष के अंत में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक उकसावे के तौर पर जारी किया गया है.
हालांकि, कांग्रेस ने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी या उनकी दिवंगत मां के प्रति कोई अनादर नहीं दिखाया गया है. भाजपा दिल्ली चुनाव प्रकोष्ठ के संयोजक संकेत गुप्ता द्वारा दायर शिकायत के आधार पर, दिल्ली पुलिस ने 13 सितंबर को वीडियो के संबंध में कांग्रेस और उसके आईटी सेल के खिलाफ मामला दर्ज किया .
नॉर्थ एवेन्यू पुलिस स्टेशन में दर्ज शिकायत में इन दृश्यों को अपमानजनक बताया गया है और दावा किया गया है कि ये प्रधानमंत्री मोदी की मां की गरिमा के साथ-साथ सामान्य रूप से मातृत्व को भी ठेस पहुंचाते हैं. एक महीने से अधिक समय में यह दूसरी बार है जब प्रधानमंत्री और उनकी दिवंगत मां को राजनीतिक विवाद में घसीटा गया है.
27 अगस्त को दरभंगा में कांग्रेस और राजद के नेतृत्व में आयोजित 'मतदाता अधिकार यात्रा' के दौरान मंच से कथित तौर पर प्रधानमंत्री मोदी और हीराबेन मोदी के खिलाफ अपशब्दों के साथ नारे लगाए गए थे. प्रधानमंत्री मोदी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह घटना 'अकल्पनीय' और 'देश की सभी माताओं, बहनों और बेटियों का अपमान' है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उनकी मां का "राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है'.