पूर्वी चंपारण जिले के सुगौली प्रखंड में पंचायत के मुखिया राजकुमार पासवान एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं. इस बार उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें वे मंच पर बार डांसरों के साथ थिरकते हुए दिखाई दे रहे हैं. यह वीडियो कथित तौर पर जन्माष्टमी के मौके पर उनके ससुराल में आयोजित कार्यक्रम का बताया जा रहा है. मामला सामने आते ही हड़कंप मच गया और अब पुलिस ने भी पूरे मामले पर संज्ञान लिया है.
सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि पंचायत मुखिया राजकुमार पासवान मंच पर बुलाए जाने के बाद डांसर्स के साथ झूमते हुए नाच रहे हैं. बताया जा रहा है कि यह आयोजन जन्माष्टमी के मौके पर उनके ससुराल में किया गया था, जहां बार डांसरों को भी बुलाया गया था. मंच पर गीत-संगीत का कार्यक्रम चल रहा था और इसी दौरान कैमरे में यह पूरा वाकया कैद हो गया.
राजकुमार पासवान का नाम विवादों से नया नहीं है. इससे पहले भी वे अपने क्षेत्र के एक सार्वजनिक कार्यक्रम में डांस करते हुए कैमरे में कैद हो चुके हैं. उस समय भी उनका वीडियो वायरल हुआ था और उन्हें आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था. एक जनप्रतिनिधि होने के नाते उनसे जिम्मेदार व्यवहार की उम्मीद की जाती है, लेकिन दोबारा इस तरह की घटना का सामने आना उनकी छवि पर सवाल खड़े कर रहा है.
मोतिहारी के सुगौली के मुखिया राजकुमार पासवान का जन्माष्टमी पर अश्लील डांस वीडियो वायरल। इससे पहले भी एक कार्यक्रम के दौरान उनका अश्लील डांस वीडियो खूब चर्चा में रहा था।#Motihari #Sugauli #Mukhiya #DanceVideo #ViralVideo #Janmashtami #BreakingNews pic.twitter.com/loYjZGLrwE
— FirstBiharJharkhand (@firstbiharnews) August 17, 2025
वीडियो के वायरल होते ही पूर्वी चंपारण के एसपी स्वर्ण प्रभात ने सख्त रुख अपनाया है. उन्होंने कहा कि इस तरह की गतिविधियां समाज में गलत संदेश देती हैं और जनप्रतिनिधियों को अपने आचरण में संयम रखना चाहिए. एसपी ने संबंधित लोगों की पहचान कर प्राथमिकी दर्ज करने और पूरे मामले की जांच करने का निर्देश दिया है. फिलहाल पुलिस इस पूरे घटनाक्रम की जांच में जुट गई है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि वीडियो में कौन-कौन शामिल था.
इस पूरे प्रकरण को लेकर क्षेत्र में लोगों की राय बंटी हुई है. कुछ लोग इसे निजी कार्यक्रम मानते हुए महत्वहीन बता रहे हैं और कहते हैं कि इसमें किसी को दखल नहीं देना चाहिए. वहीं दूसरी ओर बड़ी संख्या में लोग मुखिया की इस हरकत को अनुचित बता रहे हैं. उनका कहना है कि जनप्रतिनिधि समाज के लिए आदर्श होते हैं और उन्हें सार्वजनिक या निजी आयोजनों में भी मर्यादा का पालन करना चाहिए.