पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 अपने निर्णायक मोड़ पर पहुंच गए हैं. दूसरे और अंतिम चरण के मतदान से पहले प्रचार अभियान आज शाम 6 बजे समाप्त हो जाएगा. अब सभी राजनीतिक दलों का ध्यान 11 नवंबर पर केंद्रित है, जब 20 जिलों की 122 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा. इस चरण में कुल 1,302 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें 1,165 पुरुष, 136 महिलाएं और 1 थर्ड जेंडर उम्मीदवार शामिल हैं.
चुनाव आयोग के अनुसार इस चरण में 3.7 करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे. इनमें लगभग 1.95 करोड़ पुरुष और 1.74 करोड़ महिला मतदाता हैं. पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को हुआ था, जिसमें 64.6 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था. बेगूसराय जिले में सबसे अधिक 67.32 प्रतिशत और शेखपुरा में सबसे कम 52.36 प्रतिशत मतदान हुआ था.
दूसरे चरण के प्रचार के समापन से पहले एनडीए और महागठबंधन दोनों ने मतदाताओं को लुभाने की पूरी ताकत झोंक दी है. सत्तारूढ़ एनडीए की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार में कई जनसभाएं कीं. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जनता का जोश 'नरेंद्र और नीतीश की जोड़ी पर भरोसे' को दर्शाता है. वहीं अमित शाह ने शुक्रवार को तीन बड़ी रैलियों और एक विशाल रोड शो के जरिए एनडीए के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश की.
दूसरी ओर, महागठबंधन ने भी पूरे दमखम से प्रचार किया. आरजेडी नेता तेजस्वी यादव और कांग्रेस नेताओं ने नीतीश सरकार पर हमला करते हुए रोजगार और महंगाई के मुद्दे उठाए. कांग्रेस ने दावा किया कि पहले चरण में उतरे '15 मंत्रियों में से 12 की हार तय' है.
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि पहले चरण में रिकॉर्ड मतदान ने इस बार चुनाव को और दिलचस्प बना दिया है. सभी दलों की नजर अब अंतिम चरण पर है, जो तय करेगा कि सत्ता की कुर्सी किसे मिलेगी.प्रचार थमने के बाद अब 11 नवंबर को 20 जिलों में मतदान होगा. नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे.