Women's World Cup 2025, SA W vs SL W: श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में शुक्रवार, 17 अक्टूबर को हुए महिला विश्व कप के एक रोमांचक मुकाबले में साउथ अफ्रीका ने श्रीलंका को 10 विकेट से करारी शिकस्त दी. इस जीत के साथ साउथ अफ्रीका ने टूर्नामेंट में अपनी चौथी जीत दर्ज की और सेमीफाइनल में अपनी जगह लगभग पक्की कर ली. दूसरी ओर श्रीलंका की टीम अभी तक एक भी मैच नहीं जीत सकी है और अब उसे सेमीफाइनल की दौड़ में बने रहने के लिए अपने बाकी दोनों मैच जीतने होंगे. इस हार-जीत ने भारत की राह को और मुश्किल कर दिया है.
मैच में श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी का फैसला किया लेकिन उनकी शुरुआत अच्छी नहीं रही. सलामी बल्लेबाज विश्मी गुनारत्ने को फील्डिंग के दौरान चोट लगी और उन्हें मैदान से बाहर ले जाना पड़ा. उनकी जगह आई हसिनी परेरा भी सिर्फ 4 रन बनाकर मसाबाता क्लास की गेंद पर आउट हो गईं. कप्तान चमारी अथापथु भी 11 रन बनाकर क्लास का शिकार बनीं. बारिश के कारण मैच को कुछ घंटों के लिए रोकना पड़ा और खेल को 20 ओवर प्रति पक्ष तक सीमित कर दिया गया.
चोट के बावजूद विश्मी गुनारत्ने ने हिम्मत दिखाई और वापसी करके 34 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली. उनके अलावा कविशा दिलहारी (14) और हर्षिता समराविक्रमा (13) ने तीसरे विकेट के लिए 26 रनों की साझेदारी की. नीलाक्षी डी सिल्वा ने 18 रनों की छोटी लेकिन तेज पारी खेली, जिसकी बदौलत श्रीलंका 20 ओवर में 105/7 का स्कोर बना सका. साउथ अफ्रीका की ओर से नॉनकुलुलेको म्लाबा ने शानदार गेंदबाजी की और 3 विकेट लिए.
डीएलएस नियम के तहत साउथ अफ्रीका को 121 रनों का लक्ष्य मिला. कप्तान लॉरा वोल्वार्डट ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए श्रीलंका के गेंदबाजों को कोई मौका नहीं दिया. उन्होंने पावरप्ले में ही तेजी से रन बनाए और मालकी मदार और सुगंधिका कुमारी की गेंदों पर लगातार चौके जड़े. उनकी आक्रामक बल्लेबाजी की बदौलत साउथ अफ्रीका ने 31 गेंदें शेष रहते बिना कोई विकेट खोए लक्ष्य हासिल कर लिया. इस जीत ने साउथ अफ्रीका को अंक तालिका में दूसरा स्थान दिलाया, जिससे उनकी सेमीफाइनल की राह मजबूत हो गई.
साउथ अफ्रीका की इस शानदार जीत ने भारत के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं. साउथ अफ्रीका का नेट रन रेट भले ही -0.440 हो लेकिन उनकी लगातार जीत ने उन्हें सेमीफाइनल की दौड़ में मजबूत दावेदार बना दिया है. भारत को अब अपने बाकी मैचों में न केवल जीत हासिल करनी होगी बल्कि अपने नेट रन रेट को भी सुधारना होगा ताकि वे अंतिम चार में अपनी जगह पक्की कर सकें.