Shubman Gill: भारतीय क्रिकेट टीम के लिए एक नया अध्याय शुरू हो चुका है. इंग्लैंड के खिलाफ 20 जून 2025 से शुरू होने वाली टेस्ट सीरीज के लिए शुभमन गिल को भारतीय टेस्ट टीम का कप्तान बनाया गया है. लेकिन सवाल यह है कि आखिर गिल को ही क्यों चुना गया? बीसीसीआई के चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर ने इसकी सबसे बड़ी वजह बताई है.
अजीत अगरकर ने साफ किया कि कप्तान को एक या दो सीरीज के लिए नहीं चुना जाता बल्कि यह फैसला लंबे समय को ध्यान में रखकर लिया जाता है. अगरकर ने कहा कि पिछले एक साल से चयन समिति शुभमन गिल पर नजर रख रही थी. पिछले साल जब भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेली थी, तब भी गिल को कप्तानी के लिए एक मजबूत दावेदार के रूप में देखा जा रहा था.
शुभमन गिल की उम्र अभी सिर्फ 25 साल है, जो उन्हें टीम में सबसे युवा खिलाड़ियों में से एक बनाता है. लेकिन उनकी कम उम्र के बावजूद, चयन समिति को उनमें नेतृत्व की खूबी दिखी. अगरकर ने कहा कि गिल ने ड्रेसिंग रूम में सकारात्मक माहौल बनाया है और टीम के साथी उनकी बात को गंभीरता से लेते हैं.
गिल ने इससे पहले गुजरात टाइटंस (जीटी) की कप्तानी आईपीएल 2024 में की थी और 2024 में जिम्बाब्वे के खिलाफ टी20 सीरीज में भी भारत का नेतृत्व किया था. इन अनुभवों ने उन्हें टेस्ट कप्तानी के लिए तैयार किया. अगरकर ने कहा, "वह टीम में सबसे युवा खिलाड़ियों में से एक हैं लेकिन उन्होंने ड्रेसिंग रूम में बड़ा प्रभाव छोड़ा है."
अजीत अगरकर ने यह भी माना कि टेस्ट कप्तानी एक बड़ा दबाव वाला काम है. भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी करना हमेशा से चुनौतीपूर्ण रहा है, क्योंकि फैंस और विशेषज्ञों की उम्मीदें बहुत ज्यादा होती हैं. लेकिन अगरकर को भरोसा है कि गिल इस दबाव को संभाल सकते हैं.
उन्होंने कहा, "हां, यह एक दबाव वाला काम है. लेकिन हमें उम्मीद है कि हमने सही खिलाड़ी को चुना है. हम शुभमन को शुभकामनाएं देते हैं." अगरकर का यह बयान दर्शाता है कि चयन समिति ने गिल पर पूरा भरोसा जताया है और उन्हें लंबे समय तक कप्तानी करने का मौका देना चाहती है.