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India Daily

'अगर कोई पत्थर फेंके तो उस पर फूल...', ऑपरेशन सिंदूर पर वीरेंद्र सहवाग ने किया ऐसा पोस्ट, जीत लिया सभी का दिल

Virender Sehwag: वीरेंद्र सहवाग ने भारतीय सेना के द्वारा किए गए ऑपरेशन सिंदूर को लेकर दिल जीत लेने वाला बयान दिया है. उनका कहना है कि अगर कोई पत्थर मारता है तो उस पर फूल फेंकना चाहिए लेकिन गमले के साथ.

Virender Sehwag
Courtesy: Social Media

Virender Sehwag: 7 मई 2025 को भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए. यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब थी, जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की जान गई थी. 

इस ऑपरेशन की खबर ने पूरे देश में गर्व और जोश भर दिया. इस मौके पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने एक ऐसा पोस्ट किया, जिसने हर भारतीय का दिल जीत लिया. बता दें कि इसमें पाकिस्तान में स्थित 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया.

वीरेंद्र सहवाग का दिल जीतने वाला पोस्ट

वीरेंद्र सहवाग, जिन्हें 'नजफगढ़ के नवाब' के नाम से जाना जाता है, हमेशा अपने बेबाक और मजेदार अंदाज के लिए मशहूर रहे हैं. ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, "अगर कोई आप पर पत्थर फेंके तो उसपर फूल फेंको लेकिन गमले के साथ. जय हिंद. #ऑपरेशन सिंदूर. इस पोस्ट में सहवाग ने न सिर्फ भारतीय सेना के साहस को सलाम किया बल्कि अपने मजाकिया अंदाज में दुश्मनों को करारा जवाब भी दिया.

सहवाग ने एक और पोस्ट में लिखा, "धर्मो रक्षति रक्षितः, जय हिंद की सेना." इस पोस्ट के जरिए उन्होंने सेना के प्रति अपनी श्रद्धा और देशभक्ति का इजहार किया. उनके ये पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गए और लाखों लोगों ने इन्हें लाइक और शेयर किया.

ऑपरेशन सिंदूर से लिया पहलगाम का बदला

ऑपरेशन सिंदूर का नाम सुनते ही हर भारतीय के मन में गर्व की भावना जाग उठी. यह ऑपरेशन उन महिलाओं के सम्मान में था, जिन्होंने पहलगाम हमले में अपने पति खोए. 22 अप्रैल को हुए इस हमले में आतंकियों ने धर्म के आधार पर लोगों को निशाना बनाया, जिसमें कई नवविवाहित जोड़े भी शामिल थे. इस हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया था.

6 और 7 मई की रात भारतीय सेना ने पीओके और पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया. इस मिशन का नाम 'सिंदूर' रखा गया, जो भारतीय संस्कृति में सुहाग और शौर्य का प्रतीक है. यह ऑपरेशन न सिर्फ आतंकियों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई थी, बल्कि उन सभी परिवारों को न्याय दिलाने की कोशिश थी, जिन्होंने अपनों को खोया.