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India Daily

शुभमन गिल की वजह से टी20 के कप्तान नहीं रहेंगे सूर्यकुमार यादव! सूर्या को लग रहा कप्तानी खोने का डर

Suryakumar Yadav: टीम इंडिया के टी20 कप्तान सूर्यकुमार यादव की अगुवाई में भारत ने शानदार खेल दिखाया है. हाल ही में मेन इन ब्लू ने एशिया कप 2025 में जीत दर्ज की थी. हालांकि, सूर्या को अब अपनी कप्तानी खोने का डर लग रहा है और इसका खुलासा उन्होंने खुद किया है.

Suryakumar Yadav Shubman Gill
Courtesy: X

Suryakumar Yadav: टी20 क्रिकेट में भारत के कप्तान सूर्यकुमार यादव ने हाल ही में अपने करियर और कप्तानी को लेकर खुलकर बात की. शुभमन गिल के वनडे और टेस्ट में कप्तान बनने और टी20 में उनके डिप्टी बनने के बाद सूर्या के मन में भविष्य को लेकर थोड़ा डर जरूर है. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि यह डर उन्हें और बेहतर करने के लिए प्रेरित करता है. 

सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में भारतीय टी20 टीम ने शानदार प्रदर्शन किया है. उनकी अगुवाई में टीम ने 2025 में एशिया कप जीता और बल्लेबाजी में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया. सूर्या की टीम में विस्फोटक बल्लेबाज, शानदार स्पिनर, तेज गेंदबाज और ऑलराउंडर खिलाड़ियों की भरमार है. ऐसे में अब सूर्या ने अपनी कप्तानी को लेकर बड़ा बयान दिया है.

शुभमन गिल एक उभरता सितारा

शुभमन गिल भारतीय क्रिकेट के नए सितारे हैं. वह वनडे और टेस्ट में कप्तान बन चुके हैं और टी20 में सूर्या के डिप्टी हैं. सूर्या ने हाल ही में इंडियन एक्प्रेस से बातचीत की, जहां उन्होंने गिल की तारीफ करते हुए कहा, "मैं उनके लिए बहुत खुश हूँ. उन्होंने दो फॉर्मेट में कप्तानी संभाली और शानदार प्रदर्शन किया." 

सूर्यकुमार ने स्वीकार किया कि उनके मन में कप्तानी खोने का डर है. उन्होंने कहा, "झूठ नहीं बोलूंगा, हर किसी को डर लगता है लेकिन यह ऐसा डर है जो आपको प्रेरित करता है." सूर्या का मानना है कि अगर वह मेहनत करते रहेंगे और खुद के प्रति ईमानदार रहेंगे, तो सब कुछ ठीक होगा. उन्होंने अपने पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच का जिक्र किया, जहां उन्होंने पहली ही गेंद पर छक्का जड़ा था. सूर्या ने कहा, "अगर मैं डर के बारे में सोचता, तो वह शॉट कभी नहीं मार पाता. मैंने उस डर को बहुत पहले पीछे छोड़ दिया."

सूर्या का देर से शुरू हुआ करियर

सूर्यकुमार यादव का अंतरराष्ट्रीय करियर 31 साल की उम्र में शुरू हुआ. इंग्लैंड के खिलाफ अपने पहले टी20 मैच में उन्हें बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला, लेकिन अगले ही मैच में उन्होंने 31 गेंदों में 57 रन बनाकर मैन ऑफ द मैच का खिताब जीता. सूर्या ने कहा कि वह हमेशा से बिना डर के खेलते हैं और यही उनकी ताकत है.