Wrestler Sushil Kumar: सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को 2 बार के ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार को बड़ा झटका देते हुए उनकी जमानत रद्द कर दी. सुशील कुमार जूनियर राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियन सागर धनखड़ हत्याकांड में मुख्य आरोपी हैं. कोर्ट ने उन्हें एक हफ्ते के अंदर सरेंडर करने का आदेश दिया है. यह फैसला दिल्ली हाई कोर्ट के मार्च 2025 में दिए गए जमानत आदेश को रद्द करते हुए सुनाया गया.
सुशील कुमार और उनके साथियों पर 4 मई 2021 को दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम के पार्किंग क्षेत्र में सागर धनखड़ और उनके दो दोस्तों, सोनू और अमित कुमार पर हमला करने का आरोप है. यह हमला कथित तौर पर एक संपत्ति विवाद के चलते हुआ था. 23 वर्षीय सागर धनखड़, जो हरियाणा के रोहतक से थे, इस हमले में गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में उनकी मृत्यु हो गई.
सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस संजय करोल और जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा की बेंच ने सागर के पिता अशोक धनखड़ की याचिका पर सुनवाई की. अशोक ने दिल्ली हाई कोर्ट के जमानत आदेश को चुनौती दी थी. जस्टिस करोल ने फैसले का मुख्य हिस्सा पढ़ते हुए कहा कि सुशील कुमार को एक सप्ताह के अंदर सरेंडर करना होगा. इस मामले में सागर के पिता की ओर से वरिष्ठ वकील सिद्धार्थ मृदुल और सुशील कुमार की ओर से वरिष्ठ वकील महेश जेठमलानी ने पैरवी की.
The Supreme Court has cancelled the bail of wrestler Sushil Kumar in a murder case and has ordered him to surrender within a week.
— ANI (@ANI) August 13, 2025
The Olympic medallist had been booked in the murder of wrestler Sagar Dhankad and was granted bail by the Delhi High Court. pic.twitter.com/Ww1ZIfBwSE
इस हत्याकांड के बाद सुशील कुमार 18 दिनों तक फरार रहे. उन्होंने पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और हरियाणा में छिपने की कोशिश की. हालांकि, 23 मई 2021 को दिल्ली पुलिस ने उन्हें दिल्ली के मुंडका क्षेत्र से गिरफ्तार किया, जब वह एक राष्ट्रीय स्तर के एथलीट से उधार ली गई स्कूटी पर नकदी लेने आए थे. गिरफ्तारी के बाद उन्हें रेलवे की नौकरी से निलंबित कर दिया गया और न्यायिक हिरासत में रखा गया.
सुशील कुमार भारत के सबसे सफल पहलवानों में से एक हैं. उन्होंने 2008 के बीजिंग ओलंपिक में कांस्य पदक और 2012 के लंदन ओलंपिक में रजत पदक जीता था. लेकिन इस हत्याकांड ने उनके करियर पर गहरा दाग लगाया है.