Bengaluru Stampede: बेंगलुरु की सड़कों पर 4 जून को जो हुआ, उसने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) और इसके प्रशंसकों के दिलों को तोड़ दिया. M चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हजारों प्रशंसकों की भीड़ अपनी प्यारी टीम RCB के नए IPL चैंपियन बनने की खुशी में उमड़ी थी. लेकिन यह जश्न उस दिन त्रासदी में बदल गया, जब स्टेडियम के बाहर भगदड़ मच गई.
इस हादसे में 11 लोगों की जान चली गई और 56 से ज्यादा लोग घायल हो गए. तीन महीने की चुप्पी के बाद, RCB ने आखिरकार अपनी बात रखी और इस दुखद घटना पर अपनी भावनाओं को साझा किया. उन्होंने इस घटना में प्रभावित हुए लोगों के लिए एक शुरुआत की है.
RCB की सोशल मीडिया टीम ने 84 दिन बाद अपनी चुप्पी तोड़ी. इस दौरान उन्होंने कोई पोस्ट नहीं किया लेकिन इसका मतलब यह नहीं था कि वे निष्क्रिय थे. उनकी चुप्पी उनके गहरे दुख और उस दर्द को महसूस करने का तरीका थी, जो इस हादसे ने उनके प्रशंसकों और पूरे संगठन को दिया.
अपनी पहली पोस्ट में RCB ने लिखा, "हमारी यह चुप्पी अनुपस्थिति नहीं थी बल्कि गहरा दुख था. यह जगह, जो कभी उत्साह, यादों और खुशी के पलों से भरी थी. 4 जून को सब कुछ बदल गया. उस दिन हमारे दिल टूट गए और तब से हमारी चुप्पी उस दुख को संभालने का तरीका थी."
Dear 12th Man Army, this is our heartfelt letter to you!
— Royal Challengers Bengaluru (@RCBTweets) August 28, 2025
𝗜𝘁’𝘀 𝗯𝗲𝗲𝗻 𝗰𝗹𝗼𝘀𝗲 𝘁𝗼 𝘁𝗵𝗿𝗲𝗲 𝗺𝗼𝗻𝘁𝗵𝘀 𝘀𝗶𝗻𝗰𝗲 𝘄𝗲 𝗹𝗮𝘀𝘁 𝗽𝗼𝘀𝘁𝗲𝗱 𝗵𝗲𝗿𝗲.
The Silence wasn’t Absence. It was Grief.
This space was once filled with energy, memories and moments that you… pic.twitter.com/g0lOXAuYbd
RCB ने कहा, "इस चुप्पी में हमने दुख मनाया, सुना, सीखा और धीरे-धीरे कुछ ऐसा बनाने की शुरुआत की, जिसमें हम विश्वास करते हैं. यहीं से 'RCB Cares' का जन्म हुआ." 'RCB Cares' का उद्देश्य उन लोगों के साथ खड़े होना है, जो इस हादसे से प्रभावित हुए हैं. यह एक ऐसा मंच होगा, जो प्रशंसकों और समुदाय की मदद से और मजबूत होगा. RCB ने वादा किया है कि वे जल्द ही इस पहल के बारे में और जानकारी साझा करेंगे.