Prithvi Shaw: भारतीय क्रिकेट के एक समय के उभरते सितारे पृथ्वी शॉ ने हाल ही में अपने करियर के उतार-चढ़ाव पर खुलकर बात की. एक समय वह भारतीय क्रिकेट के अगले सुपरस्टार माने जाते थे लेकिन अब वह राष्ट्रीय टीम से बाहर हैं और घरेलू क्रिकेट में भी उनकी जगह पक्की नहीं है. पृथ्वी ने बताया कि गलत दोस्तों की संगति और गलत फैसलों ने उनके करियर को पटरी से उतार दिया.
पृथ्वी शॉ ने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत धमाकेदार अंदाज में की थी. साल 2018 में उन्होंने अंडर-19 विश्व कप में भारतीय टीम को जीत दिलाई और उसी साल 18 साल की उम्र में टेस्ट डेब्यू पर शतक जड़ा. उन्हें भारतीय क्रिकेट का भविष्य माना जा रहा था. पृथ्वी ने 5 टेस्ट, 6 वनडे और 1 टी20 मैच भारत के लिए खेले लेकिन दिसंबर 2020 के बाद से वह टेस्ट टीम में जगह नहीं बना पाए और जुलाई 2021 के बाद से किसी भी फॉर्मेट में उनकी वापसी नहीं हुई.
पृथ्वी शॉ का करियर तब और नीचे गया जब 2025 के आईपीएल मेगा ऑक्शन में उन्हें कोई खरीदार नहीं मिला. दिल्ली कैपिटल्स ने 2018 में उन्हें 1.2 करोड़ रुपये में खरीदा था और 2022 में 7.5 करोड़ रुपये में रिटेन किया था. लेकिन पिछले दो सीजन में उनके खराब प्रदर्शन के बाद दिल्ली ने उन्हें रिलीज कर दिया. ऑक्शन में किसी भी टीम ने उन पर दांव नहीं लगाया, जो उनके लिए बड़ा झटका था. इसके अलावा, रणजी ट्रॉफी में भी मुंबई की प्लेइंग इलेवन से उन्हें बाहर कर दिया गया.
पहली बार अपने करियर की मुश्किलों पर खुलकर बोलते हुए पृथ्वी ने स्वीकार किया कि उन्होंने कई गलत फैसले लिए. उन्होंने बताया कि वह गलत दोस्तों की संगति में पड़ गए, जिसने उनके करियर को नुकसान पहुंचाया. न्यूज24 स्पोर्ट्स के साथ बातचीत में पृथ्वी ने कहा, "मैंने क्रिकेट को कम समय दिया. पहले मैं 4-5 घंटे प्रैक्टिस करता था, दिन का आधा समय मैदान पर बिताता था. लेकिन 2023 के बाद मैंने गलत चीजों को महत्व देना शुरू कर दिया. गलत दोस्त बनाए, इधर-उधर भटकने लगा. पहले 8 घंटे मैदान पर रहता था, जो बाद में 4 घंटे हो गया."