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India Daily

MI vs DC: दिल्ली के खिलाफ मुकाबले में कप्तानी करते हुए हार्दिक पांड्या से हुई बड़ी गलती, अंपायर ने दिया नो-बॉल तो करने लगे बहस

IPL 2025, MI vs DC: मुंबई और दिल्ली के बीच खेले गए मुकाबले में एमआई को एक गलती की वजह से नो-बॉल का सामना करना पड़ा. ऐसे में आइए जानतें हैं कि आखिर इसके लिए नियम क्या कहता है.

Mumbai vs Delhi
Courtesy: Social Media

IPL 2025, MI vs DC: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 में मुंबई इंडियंस (MI) और दिल्ली कैपिटल्स (DC) के बीच हुए मुकाबले में एक अनोखा वाकया देखने को मिला. मुंबई के कप्तान हार्दिक पांड्या की एक गलती के कारण उनकी टीम को नो-बॉल की सजा भुगतनी पड़ी, जिसके बाद हार्दिक ने अंपायर से बहस भी की. यह घटना वानखेड़े स्टेडियम में 22 मई 2025 को खेले गए मैच के दौरान हुई, जब मुंबई ने दिल्ली को 59 रनों से हराकर प्लेऑफ में अपनी जगह पक्की की. 

मैच के पांचवें ओवर की तीसरी गेंद पर यह विवाद हुआ. दिल्ली कैपिटल्स की पारी के दौरान विल जैक्स गेंदबाजी कर रहे थे और विप्रज निगम बल्लेबाजी कर रहे थे. अंपायर ने अचानक नो-बॉल का इशारा किया, जिसे देखकर हार्दिक पांड्या और पूरी मुंबई टीम हैरान रह गई. कारण था एक कम-ज्ञात नियम का उल्लंघन. मुंबई ने ऑफ-साइड पर केवल तीन फील्डर रखे थे, जबकि आईपीएल के नियम (सेक्शन 28.4.1) के अनुसार, गेंद फेंके जाने के समय ऑन-साइड पर पांच से ज्यादा फील्डर नहीं होने चाहिए. इस गलती के कारण अंपायर ने नो-बॉल का फैसला सुनाया.

नो-बॉल के बाद बढ़ा विवाद

नो-बॉल का फैसला सुनते ही हार्दिक पांड्या ने अंपायर से बहस शुरू कर दी. सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स ने दावा किया कि यह हार्दिक की कप्तानी की गलती थी, जिसके कारण दिल्ली को फ्री-हिट मिली. फ्री-हिट पर दिल्ली के बल्लेबाज ने छक्का जड़ा, और अगली दो गेंदों पर दो चौके भी लगे, जिससे दिल्ली को अहम मौके पर तेज शुरुआत मिली. यह गलती मुंबई के लिए महंगी पड़ सकती थी, लेकिन सूर्यकुमार यादव की शानदार 73 रनों की नाबाद पारी ने टीम को जीत दिलाई.

नियम क्या कहता है?

आईपीएल के नियमों के अनुसार, गेंद फेंके जाने के समय ऑन-साइड पर पांच से ज्यादा फील्डर नहीं हो सकते. इसका मतलब है कि ऑफ-साइड पर कम से कम चार फील्डर होने चाहिए. इस नियम का पालन न करने पर अंपायर नो-बॉल दे सकते हैं. यह नियम टी20 क्रिकेट में रणनीति का अहम हिस्सा है, क्योंकि टीमें अक्सर बल्लेबाज को रोकने के लिए फील्डरों की संख्या में बदलाव करती हैं. हार्दिक की कप्तानी में यह छोटी सी चूक उनकी टीम के लिए परेशानी का कारण बनी.

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