भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में टीम इंडिया ने नया कीर्तिमान स्थापित किया. एजबेस्टन की पिच, जिसे अब तक एशियाई टीमों के लिए एक दुर्ग माना जाता था, वहां भारत ने शानदार प्रदर्शन कर इंग्लैंड को धूल चटा दी. यह जीत शुभमन गिल के लिए और भी खास रही क्योंकि यह उनके कप्तानी करियर की पहली टेस्ट जीत रही.
गौरतलब है कि अब तक कोई भी एशियाई टीम एजबेस्टन में टेस्ट मैच नहीं जीत पाई थी. भारत ने यह मिथक तोड़ते हुए यह जीत अपने नाम की. इससे पहले यहां ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड जैसी टीमें मजबूत मानी जाती थीं. लेकिन भारत ने पहली बार इस किले को फतह कर दिखाया और यह उपलब्धि गिल के नाम दर्ज हो गई.
शुभमन गिल की कप्तानी ने टेस्ट में शानदार रणनीति और नेतृत्व क्षमता का परिचय दिया. उनकी कप्तानी में टीम ने पूरे मैच में दबदबा बनाए रखा और इंग्लैंड को पीछे छोड़ा. गेंदबाजी, बल्लेबाज़ी और फील्डिंग तीनों में भारत का प्रदर्शन दमदार रहा.
भारतीय गेंदबाज़ों ने इंग्लैंड की बल्लेबाज़ी को लगातार दबाव में रखा. तेज़ गेंदबाज़ों और स्पिनरों ने मिलकर मेज़बान टीम को बड़ा स्कोर बनाने से रोका. खासतौर पर दूसरी पारी में जब इंग्लैंड के पास वापसी का मौका था, तब भारतीय गेंदबाज़ों ने लगातार विकेट लेकर उन्हें पीछे धकेल दिया.
भारतीय बल्लेबाज़ों ने पहली पारी में ही मजबूत स्कोर खड़ा किया, जिससे टीम को मानसिक बढ़त मिली. गिल की सूझबूझ भरी कप्तानी में बल्लेबाज़ों ने संयम और आक्रामकता का संतुलन बनाए रखा. इसी संतुलित खेल की बदौलत भारत ने यह ऐतिहासिक जीत हासिल की.