भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ एजबेस्टन में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में ऐतिहासिक जीत हासिल की. यह भारत की विदेशी धरती पर अब तक की सबसे बड़ी टेस्ट जीत है. जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति में युवा भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन कर इंग्लैंड को करारी शिकस्त दी.
एजबेस्टन में भारत की पहली जीत
भारत ने 1967 से 2025 तक एजबेस्टन में नौ टेस्ट खेले, जिनमें सात में हार और एक (1986) ड्रॉ रहा. 1967, 1974, 1979, 1996, 2011, 2018 और 2022 में भारत को हार का सामना करना पड़ा. केवल 1974 और 1996 में भारत ने टॉस जीता. यही नहीं भारत की विदेशी टेस्ट इतिहास की सबसे बड़ी जीत है.
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— ICC (@ICC) July 6, 2025
इंग्लैंड में भारत की 10वीं जीत
भारत ने इंग्लैंड में कुल 69 टेस्ट खेले, जिनमें 37 हार और 22 ड्रॉ रहे. यह भारत की इंग्लैंड में 10वीं टेस्ट जीत है. इससे पहले 2021 में विराट कोहली की कप्तानी में भारत ने द ओवल में 157 रनों से जीत हासिल की थी.
गिल का कप्तानी रिकॉर्ड
शुभमन गिल इंग्लैंड में टेस्ट जीतने वाले सातवें भारतीय कप्तान बन गए. उनसे पहले अजित वाडेकर, कपिल देव, सौरव गांगुली, एमएस धोनी, राहुल द्रविड़ और विराट कोहली यह उपलब्धि हासिल कर चुके हैं. कपिल (2) और कोहली (3) ही इंग्लैंड में एक से अधिक टेस्ट जीतने वाले भारतीय कप्तान हैं.
गिल की रिकॉर्ड तोड़ पारी
गिल ने एजबेस्टन में 269 और 161 रनों की पारियां खेलकर कई रिकॉर्ड तोड़े. वह सुनील गावस्कर और द्रविड़ के बाद इंग्लैंड में दोहरा शतक लगाने वाले तीसरे भारतीय बने. गिल ने भारतीय कप्तान के रूप में टेस्ट में सर्वोच्च स्कोर का रिकॉर्ड भी बनाया. वह गावस्कर के बाद एक टेस्ट में दोहरा शतक और शतक लगाने वाले दूसरे भारतीय हैं.