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India Daily

‘ठाकुर, कृष्णा को करो बाहर’, लीड्स टेस्ट के बीच भड़के फैंस

भारतीय प्रशंसकों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, विशेष रूप से एक्स पर अपनी भड़ास निकाली. प्रसिद्ध कृष्णा और शार्दुल ठाकुर की गेंदबाजी की जमकर आलोचना हुई.

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Edited By: Gyanendra Sharma
IND vs ENG
Courtesy: Social Media

टेस्ट क्रिकेट में चौथी पारी में 371 रनों जैसे विशाल लक्ष्य का पीछा करना किसी भी टीम के लिए आसान नहीं होता. इतिहास गवाह है कि ऐसे लक्ष्य को हासिल करना बेहद दुर्लभ है, लेकिन इसके लिए गेंदबाजी करने वाली टीम को असाधारण अनुशासन और दबाव बनाने की क्षमता दिखानी पड़ती है. लीड्स टेस्ट में भारतीय टीम के दो तेज गेंदबाज, प्रसिद्ध कृष्णा और शार्दुल ठाकुर, इस मोर्चे पर पूरी तरह नाकाम साबित हुए. उनकी निराशाजनक गेंदबाजी ने न केवल मैच में भारत की स्थिति को कमजोर किया, बल्कि सोशल मीडिया पर प्रशंसकों का गुस्सा भी भड़का दिया. फैंस ने दोनों गेंदबाजों को टीम से बाहर करने की मांग शुरू कर दी है.

लीड्स टेस्ट के पांचवें दिन लंच तक इंग्लैंड ने बिना कोई विकेट गंवाए 117 रन बना लिए थे. इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाजों ने भारतीय गेंदबाजों को खुलकर खेलने का मौका दिया और भारत का 371 रनों का लक्ष्य धीरे-धीरे कम होता नजर आया. जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और रवींद्र जडेजा ने कुछ हद तक दबाव बनाने की कोशिश की, लेकिन प्रसिद्ध कृष्णा और शार्दुल ठाकुर की गेंदबाजी ने इंग्लैंड को आसानी से रन बनाने का मौका दे दिया.

सोशल मीडिया पर प्रशंसकों का गुस्सा

भारतीय प्रशंसकों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, विशेष रूप से एक्स पर अपनी भड़ास निकाली. प्रसिद्ध कृष्णा और शार्दुल ठाकुर की गेंदबाजी की जमकर आलोचना हुई. एक प्रशंसक ने लिखा, प्रसिद्ध कृष्णा हर ओवर में दो गेंदें ऐसी डाल रहे हैं, जो सीधे बाउंड्री के लिए जा रही हैं. यह टेस्ट क्रिकेट के स्तर की गेंदबाजी नहीं है. उन्हें ड्रॉप करके अर्शदीप सिंह को मौका देना चाहिए. एक अन्य यूजर ने शार्दुल ठाकुर पर निशाना साधते हुए कहा, "शार्दुल को ऑलराउंडर के तौर पर चुना गया, लेकिन न तो उनकी गेंदबाजी चल रही है और न ही बल्ले से कोई कमाल दिखा. 

कृष्णा और ठाकुर की महंगी गेंदबाजी

पहली पारी में भी प्रसिद्ध कृष्णा और शार्दुल ठाकुर का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा था, लेकिन दूसरी पारी में उनकी गेंदबाजी और भी महंगी साबित हुई. प्रसिद्ध कृष्णा ने अपने 6 ओवरों में 38 रन लुटाए, जिसमें कई ढीली गेंदें शामिल थीं, जिन्हें इंग्लिश बल्लेबाजों ने बाउंड्री के लिए भेजा. वहीं, शार्दुल ठाकुर ने 3 ओवरों में 17 रन दे डाले. उनकी गेंदबाजी में न तो सटीकता थी और न ही वह दबाव बनाने में कामयाब रहे. इन दोनों गेंदबाजों की नाकामी ने इंग्लैंड को मजबूत शुरुआत दी, जिससे भारत के लिए विकेट लेना और मुश्किल हो गया.