पोलैंड की स्टार टेनिस खिलाड़ी इगा स्वियाटेक ने शनिवार को अमांडा अनिसिमोवा को 6-0, 6-0 से हराकर अपना पहला विंबलडन खिताब जीता. यह 114 वर्षों में टूर्नामेंट का पहला महिला फाइनल था, जिसमें एक खिलाड़ी एक भी गेम नहीं जीत सकी.
स्वियाटेक की शानदार जीत
सेंटर कोर्ट पर धूप और हल्की हवा के बीच खेले गए इस मुकाबले में स्वियाटेक ने मात्र 57 मिनट में जीत हासिल की. यह उनका छठा ग्रैंड स्लैम खिताब है, और वह मेजर टाइटल मैचों में 6-0 के रिकॉर्ड के साथ अजेय रहीं. 24 वर्षीय पोलिश खिलाड़ी ने कुल 55-24 अंकों के साथ दबदबा बनाया, जिसमें उन्हें केवल 10 विनर की जरूरत पड़ी. दूसरी ओर, अनिसिमोवा शुरू से ही लय में नहीं दिखीं और उन्होंने 28 अनबनफोर्स्ड गलतियां कीं.
मैच का एकतरफा प्रदर्शन
स्वियाटेक ने अपनी रणनीति और तकनीक से अनिसिमोवा को कोई मौका नहीं दिया. उनकी सटीक सर्विस और कोर्ट पर गजब की गतिशीलता ने इस फाइनल को पूरी तरह एकतरफा बना दिया. यह जीत न केवल स्वियाटेक की प्रतिभा को दर्शाती है, बल्कि उनकी मानसिक दृढ़ता और निरंतरता को भी उजागर करती है.
इगा का ऐतिहासिक रिकॉर्ड
स्वियाटेक ने इस जीत के साथ विंबलडन के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ा. वह पहली ऐसी खिलाड़ी बनीं, जिन्होंने 21वीं सदी में महिला फाइनल में प्रतिद्वंद्वी को एक भी गेम नहीं जीतने दिया. इस जीत ने उन्हें टेनिस जगत में एक और ऊंचाई पर पहुंचा दिया.
अनिसिमोवा की चुनौतियां
अमांडा अनिसिमोवा इस मैच में अपनी लय नहीं पकड़ सकीं. उनकी त्रुटियों ने स्वियाटेक को आसान जीत दिलाई. हालांकि, अनिसिमोवा की प्रतिभा को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता, और यह हार उनके लिए एक सीख हो सकती है.