ENG vs IND 4th Test: मैनचेस्टर में भारत और इंग्लैंड के बीच चौथा टेस्ट मैच चल रहा है और इस बीच पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने कप्तान शुभमन गिल और कोच गौतम गंभीर के रिश्ते पर तीखी टिप्पणी की है. उन्होंने एक तरह से गंभीर की कोचिंग पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं.
गावस्कर ने साफ कहा कि यह भारतीय टीम गिल की है, न कि गंभीर की, और चयन में कप्तान की राय को सबसे ज्यादा महत्व मिलना चाहिए. खास तौर पर उन्होंने कुलदीप यादव को इस दौरे पर एक भी टेस्ट में न खिलाने के फैसले पर सवाल उठाए.
मैनचेस्टर टेस्ट के चौथे दिन गावस्कर से पूछा गया कि क्या यह गिल की टीम है या गंभीर की? सोनी स्पोर्ट्स से बात करते हुए गावस्कर ने कहा, "हमारे समय में कोच नहीं थे. टीम के साथ मैनेजर या असिस्टेंट मैनेजर होते थे, जो पूर्व खिलाड़ी थे. हम उनसे लंच के समय दिन के अंत में या मैच की पूर्व संध्या पर सलाह लेते थे." उन्होंने बताया कि उनके समय में विंग कमांडर दुर्रानी, राज सिंह डूंगरपुर जैसे लोग मैनेजर थे और एक बार इरापल्ली प्रसन्ना ने भी मदद की थी.
गावस्कर ने कुलदीप यादव और शार्दुल ठाकुर जैसे खिलाड़ियों के चयन पर सवाल उठाए. कुलदीप को इस दौरे पर अभी तक एक भी टेस्ट में मौका नहीं मिला, जबकि ठाकुर को पहले टेस्ट के बाद ड्रॉप कर दिया गया था लेकिन नीतीश कुमार रेड्डी की चोट के बाद उन्हें मैनचेस्टर टेस्ट में वापस लाया गया.
गावस्कर ने कहा, "दिन के अंत में यह कप्तान की टीम है. आप यह नहीं कह सकते कि कप्तान ने किसी को नहीं चाहा. कुलदीप यादव को टीम में होना चाहिए था. गिल कप्तान हैं और उनकी कप्तानी की चर्चा होगी. इसलिए चयन में उनकी राय सबसे अहम होनी चाहिए."
गावस्कर ने गंभीर पर निशाना साधते हुए कहा कि कई बार चयन के फैसले कप्तान की इच्छा के बजाय एकता का दिखावा करने के लिए लिए जाते हैं. उन्होंने कहा, "मैं जानता हूं कि सब कुछ ठीक दिखाने के लिए कुछ बातें सामने नहीं आतीं. लेकिन हकीकत यह है कि कप्तान ही जिम्मेदार है. वही टीम को लीड करता है."