ENG vs IND: हेडिंग्ले टेस्ट में शानदार शतक लगाने के बावजूद भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत मुश्किल में फंस गए हैं. इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने पंत पर मैदान पर अम्पायर के फैसले के प्रति नाराजगी जताने के लिए जुर्माना लगाया है. इस घटना ने पंत के शानदार प्रदर्शन पर एक सवालिया निशान लगा दिया है.
हेडिंग्ले टेस्ट के तीसरे दिन इंग्लैंड की पहली पारी के 61वें ओवर में यह घटना हुई. उस वक्त हार्री ब्रूक और बेन स्टोक्स क्रीज पर थे. पंत ने अम्पायरों से गेंद की हालत पर चर्चा की. जब अम्पायरों ने गेंद को बदलने से मना कर दिया, तो पंत ने नाराजगी जताते हुए गेंद को जमीन पर फेंक दिया. यह कदम ICC के आचार संहिता के नियम 2.8 का उल्लंघन था, जो अंपायर के फैसले पर नाराजगी जताने से संबंधित है.
ICC ने इस घटना के लिए पंत को आधिकारिक रूप से फटकार लगाई और एक डीमेरिट प्वाइंट जोड़ा. यह पंत का पिछले 24 महीनों में पहला उल्लंघन था. मैच रेफरी रिची रिचर्डसन ने पंत के खिलाफ यह कार्रवाई की. चूंकि पंत ने अपना गलत कदम मान लिया और सजा स्वीकार कर ली, इसलिए कोई औपचारिक सुनवाई की जरूरत नहीं पड़ी.
ICC के नियमों के मुताबिक, लेवल 1 के उल्लंघन पर न्यूनतम सजा आधिकारिक फटकार और अधिकतम 50% मैच फीस का जुर्माना हो सकता है, साथ ही एक या दो डीमेरिट प्वाइंट भी जोड़े जा सकते हैं. पंत को एक डीमेरिट प्वाइंट मिला है, जो उनके रिकॉर्ड में दर्ज हो गया है.
इस अनुशासनात्मक कार्रवाई के बावजूद, पंत का हेडिंग्ले टेस्ट में प्रदर्शन शानदार रहा. उन्होंने दोनों पारियों में शतक लगाए, जिससे वे टेस्ट इतिहास में ऐसा करने वाले दूसरे विकेटकीपर बने. जिम्बाब्वे के पूर्व कप्तान ऐंडी फ्लावर के बाद पंत ने यह कारनामा किया.
दूसरी पारी में पंत ने 140 गेंदों में 118 रन बनाए, जबकि केएल राहुल के साथ उनकी साझेदारी ने भारत को 364 रनों तक पहुंचाया. हालांकि, आखिरी सात विकेट सिर्फ 71 रनों पर गिर गए, लेकिन पंत की पारी ने भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया.