ENG vs IND: मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में भारत और इंग्लैंड के बीच चौथे टेस्ट के दूसरे दिन भारतीय टीम मुश्किल में नजर आई. भारत ने पहली पारी में 358 रन बनाए लेकिन इंग्लैंड ने दिन का खेल खत्म होने तक 2 विकेट पर 225 रन बना लिए.
इस खराब स्थिति के बीच पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज और क्रिकेट विश्लेषक आकाश चोपड़ा ने भारतीय टीम के चयन पर सवाल उठाए. उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा कि 18 सदस्यीय टीम में मिडिल ऑर्डर बल्लेबाजों की कमी भारत की हार की बड़ी वजह बन रही है.
आकाश चोपड़ा ने भारतीय टीम की बल्लेबाजी लाइनअप पर सवाल उठाते हुए कहा कि मिडिल ऑर्डर में विशेषज्ञ बल्लेबाजों की कमी साफ दिख रही है. भारत ने नंबर 6, 7 और 8 पर ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा, वॉशिंगटन सुंदर और शार्दुल ठाकुर को खिलाया.
चोपड़ा ने कहा, "जब आप मिडिल ऑर्डर में तीन ऑलराउंडरों पर निर्भर करते हैं, तो आप हमेशा उम्मीद पर जी रहे होते हैं न कि यकीन पर. मुझे हैरानी है कि 18 सदस्यीय टीम में, जो अब अंशुल कंबोज के जुड़ने से 19 की हो गई, एक भी बैकअप मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज नहीं है."
चोपड़ा ने कहा, "हम बार-बार टॉप ऑर्डर के बल्लेबाजों को चुनते हैं और उनसे मिडिल ऑर्डर में खेलने की उम्मीद करते हैं. यह रणनीति सही नहीं है." नीतीश कुमार रेड्डी की चोट के बाद भारत को बैकअप बल्लेबाज की जरूरत पड़ी, लेकिन कोई विशेषज्ञ मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज उपलब्ध नहीं था. इस कारण शार्दूल ठाकुर को शामिल करना पड़ा और जडेजा को बल्लेबाजी क्रम में ऊपर भेजा गया.
चोपड़ा ने रविंद्र जडेजा की बल्लेबाजी पर भी टिप्पणी की. जडेजा ने इस सीरीज में लगातार चार अर्धशतक बनाए थे, लेकिन मैनचेस्टर में वह सिर्फ 20 रन बना सके. चोपड़ा ने कहा, "जडेजा शानदार फॉर्म में थे, लेकिन हर खिलाड़ी का खराब दिन आता है. आप सिर्फ फॉर्म के भरोसे बल्लेबाजी क्रम नहीं बना सकते. भारत को एक विशेषज्ञ बल्लेबाज की कमी खली." उन्होंने यह भी कहा कि मैनेजमेंट को पहले से बेहतर योजना बनानी चाहिए थी ताकि चोट के समय बैकअप तैयार हो.