ENG vs IND: भारत के सलामी बल्लेबाज केएल राहुल ने इंग्लैंड के खिलाफ हेडिंग्ले टेस्ट में शानदार 137 रनों की पारी खेली लेकिन इसके बावजूद वह पूरी तरह खुश नहीं हैं. राहुल ने खुलासा किया कि उनकी टेस्ट औसत अभी भी उन्हें दुखी करती है. हालांकि, अब वह आंकड़ों से ज्यादा अपने खेल का आनंद लेने पर ध्यान दे रहे हैं.
हेडिंग्ले टेस्ट के चौथे दिन राहुल ने दूसरी पारी में 137 रनों की शानदार पारी खेली. इस शतक की बदौलत भारत ने इंग्लैंड के सामने 371 रनों का मुश्किल लक्ष्य रखा. यह राहुल का टेस्ट करियर का नौवां और विदेशी धरती पर आठवां शतक था. उनकी इस पारी ने भारत को मैच में मजबूत स्थिति में पहुंचाया. राहुल ने ऋषभ पंत के साथ 195 रनों की साझेदारी भी की, जिसने इंग्लैंड के लिए मुकाबले को और मुश्किल बना दिया.
मैच के बाद स्काई स्पोर्ट्स से बातचीत में राहुल ने अपने मन की बात साझा की. उन्होंने कहा, "जब मैं अपनी टेस्ट औसत देखता हूं, तो मुझे दुख होता है. लेकिन अब मैं आंकड़ों के पीछे नहीं भागता. मैं बस मौका मिलने पर अच्छा प्रदर्शन करना चाहता हूं और टेस्ट क्रिकेट का आनंद लेना चाहता हूं. यह वही खेल है, जिसे मैं बचपन से प्यार करता हूं."
राहुल की टेस्ट औसत लंबे समय से उनके लिए चर्चा का विषय रही है. कई बार अच्छी शुरुआत के बावजूद वह बड़ा स्कोर नहीं बना पाते थे, जिसके कारण उनकी आलोचना भी हुई. लेकिन अब राहुल का नजरिया बदल चुका है. वह कहते हैं, "अब मैं मानसिक रूप से ज्यादा शांत हूं. मैं आंकड़ों की चिंता नहीं करता, बस अपने खेल का मजा लेता हूं."
भले ही राहुल अपनी औसत से खुश न हों, लेकिन उनके आंकड़े उनकी काबिलियत बयां करते हैं. यह उनका इंग्लैंड में तीसरा शतक था, जो किसी भी भारतीय सलामी बल्लेबाज द्वारा इस देश में बनाए गए सबसे ज्यादा शतक हैं. उन्होंने इस मामले में राहुल द्रविड़, सुनील गावस्कर और रवि शास्त्री जैसे दिग्गजों को पीछे छोड़ दिया.