एजबेस्टन में ऐतिहासिक जीत के साथ इंग्लैंड दौरे की शुरुआत करने वाली भारतीय क्रिकेट टीम को लॉर्ड्स में करारी शिकस्त झेलनी पड़ी. टेस्ट सीरीज के तीसरे मुकाबले में शुभमन गिल की कप्तानी वाली टीम इंडिया ने इंग्लैंड को कड़ी टक्कर दी, लेकिन आखिरी दिन 22 रनों से हार का सामना करना पड़ा. इस हार के साथ ही भारत सीरीज में 1-2 से पीछे हो गया है. अब सभी की निगाहें मैनचेस्टर में होने वाले अगले टेस्ट पर टिकी हैं लेकिन लॉर्ड्स के नतीजों ने कुछ खिलाड़ियों के लिए खतरे की घंटी बजा दी है.
लॉर्ड्स टेस्ट में भारतीय टीम ने शानदार जज्बा दिखाया. बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग में टीम ने हर मोर्चे पर इंग्लैंड को चुनौती दी, लेकिन अंतिम दिन जीत के करीब पहुंचकर भी चूक गई. इस मैच में भारतीय खिलाड़ियों ने व्यक्तिगत रूप से बेहतरीन प्रदर्शन किया, लेकिन सामूहिक रूप से जीत हासिल करने में नाकाम रहे. इस हार ने न केवल सीरीज में भारत की स्थिति को कमजोर किया बल्कि कुछ खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर भी सवाल खड़े किए. खास तौर पर करुण नायर, वॉशिंगटन सुंदर और जसप्रीत बुमराह के अगले मैच में खेलने पर संदेह है.
जसप्रीत बुमराह: वर्कलोड मैनेजमेंट की वजह से बाहर?
भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण के अगुआ जसप्रीत बुमराह इस सीरीज में टीम के सबसे बड़े हथियार रहे हैं. उनकी घातक गेंदबाजी ने इंग्लैंड के बल्लेबाजों को कई बार परेशान किया. हालांकि, लगातार टेस्ट मैच खेलने की वजह से उनका वर्कलोड बढ़ गया है. टीम मैनेजमेंट बुमराह को लंबे समय तक फिट रखने के लिए वर्कलोड मैनेजमेंट पर विचार कर रहा है. ऐसे में मैनचेस्टर टेस्ट में उन्हें आराम दिया जा सकता है, ताकि सीरीज के निर्णायक मुकाबलों के लिए वह तरोताजा रहें. अगर बुमराह को विश्राम दिया जाता है, तो यह भारत के लिए बड़ा झटका होगा, लेकिन लंबे समय के लिए यह फैसला फायदेमंद हो सकता है.
करुण नायर पर तलवार
आठ साल बाद टेस्ट टीम में वापसी करने वाले करुण नायर के लिए यह सीरीज सुनहरा मौका थी. लेकिन लीड्स से लेकर लॉर्ड्स तक वह इस मौके को भुना नहीं पाए. पहले टेस्ट में साई सुदर्शन को ड्रॉप कर नायर को लगातार मौके दिए गए, लेकिन हर बार वह शुरुआत को बड़ी पारी में बदलने में नाकाम रहे. तीन टेस्ट की छह पारियों में नायर ने महज 131 रन बनाए, जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 40 रन रहा. वह इस सीरीज में टॉप ऑर्डर के एकमात्र बल्लेबाज रहे, जिन्हें अर्धशतक का आंकड़ा पार करने में कामयाबी नहीं मिली. नायर की यह नाकामी उनके लिए मैनचेस्टर टेस्ट में जगह खोने का कारण बन सकती है.
वॉशिंगटन सुंदर
ऑलराउंडर वॉशिंगटन सुंदर को इस सीरीज में बल्ले और गेंद दोनों से योगदान देने की उम्मीद थी, लेकिन उनका प्रदर्शन उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा. गेंदबाजी में वह कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए, वहीं बल्लेबाजी में भी उनकी पारियां छोटी रहीं. ऐसे में मैनचेस्टर टेस्ट में उनकी जगह पर सवाल उठ रहे हैं. नायर और सुंदर की जगह साई सुदर्शन जैसे युवा खिलाड़ियों को मौका दिया जा सकता है, जो पहले टेस्ट में प्रभावित करने में नाकाम रहे थे, लेकिन उनकी प्रतिभा पर अब भी भरोसा है.