Kadima Special Dishes: भारत में खाने के शौकीनों की कोई कमी नहीं है. मिथिलांचल के लोगों की तो बात ही कुछ अलग है. यहां के लोग जंगल और खेतों में उगने वाले पौष्टिक आहार को बखूबी पहचानते हैं. यही वजह है कि इस क्षेत्र के लोग ज्यादातर प्राकृतिक सब्जियों पर निर्भर होते हैं. एक पौधे से कई प्रकार की सब्जियां बनाने की कला मिथिलांचल के लोगों में बखूबी होती है. तो चलिए आपको एक ऐसी ही सब्जी कदीमा के बारे में बताते हैं.
कदीमा एक ऐसी सब्जी है जिसकी हर चीज खाने के काम आती है. चाहे इसकी पत्ती हो या इसका फूल, इसका फल हो या इसका तना हर चीज खाने के काम आती है. स्थानीय लोगों का कहना है कि कदीमा का पेड़ कई प्रकार की सब्जियों के लिए मिथिलांचल में फेमस है. इसकी हर एक चीज से कई प्रकार के व्यंजन बनाए जा सकते हैं. कदीमा से कम से कम 25 प्रकार के व्यंजन बनाए जा सकते हैं और खाने में ये बेहद स्वादिष्ट होता है.
मिथिला के लोग कदीमा को विभिन्न तरीके से अपने व्यंजन के रूप में प्रयोग करते हैं. इसकी पत्ती की बात करें तो पत्ते का तरुआ बनाया जाता है. बात करें कदीमा के फूल की तो कदीमा के फूल का पकोड़ा इस क्षेत्र के लोग काफी पसंद करते हैं. कदीमा के डंठल की भी सब्जी काफी स्वादिष्ट होती है.
कदीमा से मीठी, नमकीन और तीखी हर तरह की सब्जी बनती है. खास बात ये है कि इसे लगाने के लिए किसान को कुछ ज्यादा मेहनत नहीं करनी होती है. ग्रामीण क्षेत्रों में तो कई बार ये अपने आप ही उग जाता है. इसे उगाने में खाद का प्रयोग भी ना के बराबर ही होता है.