अमेरिका के वाशिंगटन में पाकिस्तान सेना प्रमुख और फील्ड मार्शल आसिम मुनीर के खिलाफ प्रदर्शनकारियों ने तीखा विरोध दर्ज किया. सोशल मीडिया में वायरल हो रहे एक वीडियो में प्रदर्शनकारी उन्हें "हत्यारा" और "तानाशाह" कहते हुए अपशब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं. यह घटना तब हुई जब मुनीर वाशिंगटन के फोर सीजन्स होटल पहुंचे.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा रिकॉर्ड किए गए वीडियो में मुनीर का काफिला होटल पहुंचता दिखाई देता है. वीडियो में व्यक्ति कहता है, "हम यहां आसिम मुनीर का स्वागत करने आए हैं. यह वाशिंगटन का फोर सीजन्स होटल है. हम उन्हें बता रहे हैं कि उन्होंने पाकिस्तान के साथ क्या किया." वह एक स्क्रीन दिखाता है, जिस पर 'मास मर्डरर' लिखा है. प्रदर्शनकारी चिल्लाते हैं, "तुम्हें शर्म आनी चाहिए. पाकिस्तान को आजाद करो. पाकिस्तान में नागरिक सर्वोच्चता. शर्म करो, गीदड़!"
जानें क्या है पूरा मामला?
जब एक अधिकारी ने प्रदर्शनकारी का सामना किया, तो उसने कहा, "मैं सार्वजनिक संपत्ति पर खड़ा हूं. शर्म करो, आसिम मुनीर." उसने मुनीर को "गीदड़" कहकर तंज कसा, जो उर्दू में कायर व्यक्ति के लिए इस्तेमाल होता है. उसने कहा, "मुझे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है. गीदड़, गीदड़, गीदड़. शर्म, शर्म, शर्म!"
"Aa gaya Haramzada...Asim Munir shame on you"
— BALA (@erbmjha) June 17, 2025
Pak Army Chief Asim Munir gets a warm welcome by Pakistanis 😂 pic.twitter.com/v21EIk1yO4
भारत के साथ संघर्ष के बाद विवाद
हाल ही में भारत के साथ सैन्य संघर्ष में पाकिस्तान को भारी नुकसान हुआ, जिसके बाद आसिम मुनीर को फील्ड मार्शल के पद पर पदोन्नति दी गई. पाहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर हमला किया. पाकिस्तान ने भारत के सैन्य और नागरिक ठिकानों पर जवाबी हमले किए, लेकिन भारतीय सेना ने न केवल इन हमलों को नाकाम किया, बल्कि पाकिस्तान के हवाई अड्डों को भी गहरे अंदर तक नष्ट कर दिया. भारत ने Indus Waters Treaty को निलंबित कर पाकिस्तान को और दंडित किया.
मुनीर की भारत को धमकी
पिछले महीने मुनीर ने कहा, "पाकिस्तान जल मुद्दे पर कभी समझौता नहीं करेगा, क्योंकि यह 24 करोड़ पाकिस्तानियों के मूल अधिकारों से जुड़ा है." उन्होंने यह भी कहा, "पाकिस्तान भारत की वर्चस्ववादी नीति को कभी स्वीकार नहीं करेगा. पानी पाकिस्तान की लाल रेखा है, और हम 24 करोड़ पाकिस्तानियों के इस मूल अधिकार पर कोई समझौता नहीं होने देंगे.