इज़रायली रक्षा बल (IDF) ने एक सटीक हवाई हमले में हमास के नौसेना बल के कमांडर रमज़ी रमज़ान अब्द अली सालेह को मार गिराया. यह कार्रवाई गाज़ा सिटी में की गई, जिसने हमास के सैन्य ढांचे को गहरा झटका दिया है.
रणनीतिक हमले में हमास का बड़ा नुकसान
इज़रायली सेना के अनुसार, सालेह हमास के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीतिकार था. हाल के हफ्तों में वह गाज़ा में तैनात इज़रायली सैनिकों पर समुद्री हमलों की योजना बनाने और उन्हें अंजाम देने में सक्रिय था. इस हवाई हमले में सालेह के साथ-साथ हमास के दो अन्य प्रमुख लड़ाके भी मारे गए. इनमें हिशाम अयमान अतिया मंसूर, जो हमास की मोर्टार शेल यूनिट का डिप्टी हेड था, और नसीम मोहम्मद सुलेमान अबू सब्हा, जो उसी मोर्टार यूनिट का हिस्सा था, शामिल हैं.
IDF का आतंकवाद के खिलाफ अभियान
इज़रायली सेना ने इस ऑपरेशन को हमास की आतंकी गतिविधियों को कमजोर करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है. IDF ने बयान जारी कर कहा, “यह कार्रवाई गाज़ा में सक्रिय आतंकवादियों की क्षमताओं को नष्ट करने और इज़रायली सैनिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए की गई.” इस हमले का उद्देश्य हमास के सैन्य ढांचे को ध्वस्त करना और क्षेत्र में शांति स्थापित करने की दिशा में कदम उठाना है.
गाज़ा में बढ़ता तनाव
गाज़ा में इज़रायल और हमास के बीच संघर्ष लगातार गहराता जा रहा है. हमास के लड़ाकों ने इज़रायली सैनिकों पर कई हमले करने की कोशिश की है, जिसमें समुद्री और मोर्टार हमले शामिल हैं. इस बीच, इज़रायल ने अपनी रणनीति को और आक्रामक करते हुए हवाई और जमीनी कार्रवाइयों को तेज कर दिया है. इस हालिया हमले ने हमास के लिए एक बड़ा झटका साबित हुआ है, क्योंकि सालेह जैसे वरिष्ठ कमांडर का नुकसान उनकी सैन्य रणनीति को कमजोर कर सकता है.
आगे की राह
यह कार्रवाई गाज़ा में चल रहे संघर्ष में एक महत्वपूर्ण मोड़ हो सकती है. इज़रायली सेना का कहना है कि वह आतंकवादी गतिविधियों को पूरी तरह खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है. दूसरी ओर, हमास ने इस हमले की निंदा की है और जवाबी कार्रवाई की धमकी दी है. क्षेत्र में तनाव बढ़ने के साथ, अंतरराष्ट्रीय समुदाय शांति स्थापना के लिए हस्तक्षेप की मांग कर रहा है.