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हांगकांग में हाई राइज बिल्डिंग में भीषण आग का तांडव, 13 लोग जलकर मरे, वीडियो में देखें खौफनाक नजारा

ताई पो जिले में एक बड़े हाउसिंग कॉम्प्लेक्स में लगी भीषण आग से 13 लोगों की मौत हो गई. आग कई इमारतों में फैल गई और करीब 700 लोगों को सुरक्षित निकालकर अस्थायी शेल्टरों में पहुंचाया गया.

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Edited By: Anuj
Hong Kong fire

हांगकांग: ताई पो जिले में एक बड़े हाउसिंग कॉम्प्लेक्स में लगी भीषण आग से 13 लोगों की मौत हो गई. आग कई इमारतों में फैल गई और करीब 700 लोगों को सुरक्षित निकालकर अस्थायी शेल्टरों में पहुंचाया गया.

हाउसिंग कॉम्प्लेक्स में भीषण आग

हांगकांग के न्यू टेरिटरीज स्थित ताई पो क्षेत्र में बुधवार को एक भयावह आग ने कई ऊंची आवासीय इमारतों को अपनी लपटों में घेर लिया. दोपहर में शुरू हुई यह आग शाम तक इतनी बढ़ गई कि इसे स्तर-5 अलर्ट घोषित करना पड़ा, जो सबसे गंभीर श्रेणी मानी जाती है. हादसे में 13 लोगों ने अपनी जान गंवा दी, जबकि सैकड़ों लोग सुरक्षित निकाल लिए गए. अधिकारियों ने बताया कि मृतकों में कई बुजुर्ग भी शामिल हो सकते हैं.

आग कैसे भड़की

आग दोपहर के समय हाउसिंग कॉम्प्लेक्स की एक इमारत में लगी. कुछ ही समय में पांच से अधिक टावर आग की चपेट में आ गए और कई मंजिलों से धुआं और लपटें उठने लगीं. शाम होते-होते आग की तीव्रता बढ़ने लगी और धुआं पूरी इमारत में फैल गया. दमकल विभाग ने स्थिति को गंभीर देखते हुए स्तर-5 अलार्म जारी किया. आग बुझाने का प्रयास जारी है और बचाव दल ने आसपास की इमारतों को तुरंत खाली कराना शुरू कर दिया है.

बुजुर्गों के फंसे होने की आशंका

ताई पो जिला परिषद के सदस्य लो हिउ-फंग ने बताया कि फंसे हुए लोगों में अधिकतर बुजुर्ग थे. कई बुजुर्ग तेज धुएं और सीमित गतिशीलता के कारण बाहर नहीं निकल पाए. नौ लोग मौके पर मृत मिले, जबकि चार की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई.

बड़े पैमाने पर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

दमकलकर्मियों और आपातकालीन टीमों ने मिलकर लगभग 700 लोगों को सुरक्षित निकाला. उन्हें पास के सामुदायिक केंद्रों और अस्थायी राहत शिविरों में भेजा गया. घायलों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर लगातार उपचार में लगे रहे. अधिकारियों ने कहा कि मृतकों की पहचान प्रक्रिया जारी है.

बांस के मचान पर उठे सवाल

हांगकांग में इमारतों के निर्माण और मरम्मत में बांस के मचान का उपयोग आम है. लेकिन इस हादसे ने इसकी सुरक्षा पर फिर से चिंता बढ़ा दी है. सरकार पहले ही सार्वजनिक परियोजनाओं में इसे हटाने की योजना की घोषणा कर चुकी है. आग के बाद इस दिशा में कदम और तेज होने की उम्मीद है.