अदियाला जेल के बाहर चल रहे विरोध ने पाकिस्तान की राजनीति में एक नया विवाद खड़ा कर दिया है. पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई संस्थापक इमरान खान की बहनों ने आरोप लगाया है कि उन्हें शांतिपूर्ण प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने न सिर्फ रोका बल्कि सड़क पर घसीटकर हिरासत में ले लिया. इमरान खान अगस्त 2023 से जेल में हैं और परिवार की मुलाकात पर पिछले एक महीने से रोक हुई है. इन आरोपों ने मामले को राजनीतिक तनाव की नई दिशा दे दी है.
पीटीआई के मुताबिक इमरान की बहन अलीमा खान, डॉ. उज्मा खान और नोरीन नियाजी जेल के बाहर शांतिपूर्वक बैठी थीं, तभी पुलिस ने हस्तक्षेप किया. पार्टी का दावा है कि अधिकारियों ने उन्हें और समर्थकों को जबरदस्ती उठाकर “हिंसक रूप से हिरासत में लिया.” सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में नोरीन घबराई हुई दिखाई दीं, जबकि अलीमा खान कहते सुनाई दीं कि “महिलाएं उन्हें सड़क पर घसीट रही थीं.” घटना ने सोशल मीडिया पर आक्रोश पैदा कर दिया.
नोरीन नियाजी ने पंजाब के पुलिस महानिरीक्षक डॉ. उस्मान अनवर को शिकायत दर्ज कराई है. उन्होंने आरोप लगाया कि शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर “बर्बर हमला” किया गया और यह कार्रवाई पूरी तरह गैरकानूनी थी. पीटीआई ने सोमवार को बयान जारी कर पुष्टि की कि शिकायत में सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है. परिवार का कहना है कि यह सिर्फ विरोध का दमन नहीं, बल्कि उनके संवैधानिक अधिकारों का हनन है.
पार्टी का आरोप है कि इमरान खान से परिवार की मुलाकात पर पिछले एक महीने से बिना किसी आधिकारिक आदेश के रोक लगी है. यहां तक कि खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री सोहैल अफरीदी को भी सात बार कोशिश के बाद जेल में प्रवेश की अनुमति नहीं मिली. इमरान खान का कहना है कि जेल प्रशासन “सैन्य नियंत्रण” में है और इसी वजह से परिवार को मिलने नहीं दिया जा रहा.
इसी बीच सोशल मीडिया पर इमरान खान की मौत की अफवाह फैल गई, जिसमें दावा किया गया कि उन्हें जेल में “मार दिया गया.” हालांकि किसी भी सरकारी एजेंसी ने इन दावों की पुष्टि नहीं की है. अफवाहों के बाद पीटीआई समर्थकों में गुस्सा और बढ़ गया और जेल के बाहर भीड़ बढ़ती चली गई.
अफवाहों और पुलिस कार्रवाई के आरोपों के बाद जेल के बाहर विरोध और उग्र हो गया. मीडिया रिपोर्टों के अनुसार हजारों समर्थक अदियाला जेल के बाहर जमा हो गए और स्थिति तनावपूर्ण हो गई. परिवार ने इमरान खान की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता जताई है और कहा है कि मुलाकात पर जारी रोक ने स्थिति को और विस्फोटक बना दिया है.