Shashi Tharoor Panama Speech: कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने पनामा सिटी में भारत की ओर से एक वैश्विक आउटरीच मिशन ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का नेतृत्व करते हुए पाकिस्तान और आतंकवादियों को कड़ा संदेश दिया. उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा, 'आतंकवादी जो भी कृत्य करेंगे, उन्हें उसकी कीमत चुकानी ही होगी—इसमें कोई शक नहीं होना चाहिए.'
पनामा की असेंबली अध्यक्ष डैना कास्टानेडा और कुछ प्रमुख सांसदों को संबोधित करते हुए थरूर ने बताया कि यह मिशन राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठकर राष्ट्रहित में एकजुटता का प्रतीक है. उन्होंने कहा, 'हम सभी अलग-अलग राजनीतिक पृष्ठभूमि से आते हैं, लेकिन राष्ट्रीय उद्देश्य में हम पूरी तरह एकजुट हैं.'
थरूर ने बताया कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान की तरफ से किसी कार्रवाई की प्रतीक्षा की, लेकिन जब कोई कदम नहीं उठाया गया तो 7 मई को भारत ने आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले किए. 'हमें युद्ध शुरू करने की कोई इच्छा नहीं थी, लेकिन आतंकवाद का जवाब देना जरूरी था,' उन्होंने कहा.
भारतीय दूतावास में एक कार्यक्रम के दौरान थरूर ने पनामा से अपील की कि वह भारत के साथ मिलकर आतंक के गुनहगारों पर दबाव बनाए. उन्होंने कहा, 'हमारे लिए यह स्वीकार्य नहीं कि हम सिर्फ दर्द और नुकसान सहते रहें और फिर अंतरराष्ट्रीय समुदाय से केवल सहानुभूति की उम्मीद करें. अब वक्त है कि अपराधियों की पहचान कर उन्हें सज़ा दिलाई जाए.'
थरूर ने पाकिस्तान की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि आतंकवादी भारत पर इसलिए हमला करते हैं क्योंकि उन्हें उस ज़मीन की चाह है, जिस पर उनका कोई अधिकार नहीं. 'यह भारत की संप्रभु सीमाओं का हिस्सा है और हम इसे नहीं छोड़ेंगे, चाहे हमें इसकी कितनी भी कीमत चुकानी पड़े,' उन्होंने कहा.
थरूर ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत द्वारा की गई कार्रवाई का जिक्र करते हुए बताया कि इस बार भारत ने सिर्फ LoC ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर पाकिस्तान के पंजाब क्षेत्र में भी आतंक के अड्डों पर हमला किया. 'हमने न केवल नियंत्रण रेखा और सीमा पार की, बल्कि पाकिस्तान के पंजाबी क्षेत्र में भी आतंक के केंद्रों को निशाना बनाया,' उन्होंने कहा.
पनामा की असेंबली अध्यक्ष डैना कास्टानेडा ने भारतीय प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के बाद कहा, 'पनामा भारत के साथ खड़ा रहना चाहता है और हम शांति के लिए मिलकर आतंकवाद का मुकाबला करना चाहते हैं.'