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H1B वीजा में बढ़ाए फीस से भारतीयों को मिलेगी राहत? अमेरिकी विदेश मंत्री रूबियो से आज मिलेंगे एस जयशंकर

Marco Rubio and S. Jaishankar Meet:  अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो और भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर आज एक बैठक करने वाले हैं. इस बैठक में H1b वीजा में किए गए बदलावों के बारे में चर्चा की जाएगी.

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Edited By: Shanu Sharma
Marco Rubio and S. Jaishankar Meet
Courtesy: X (@DrSJaishankar)

Marco Rubio and S. Jaishankar Meet: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा H1b वीजा को लेकर किए गए ऐलान ने पूरी दुनिया के तकनीकी कर्मचारियों के बीच हलचल तेज कर दी है. ट्रंप के इस फैसले का प्रभाव सबसे ज्यादा उन भारतीय पेशेवरों पर पड़ने वाला है, जो अमेरिका जाकर काम करने का सपना देखते हैं. ऐसे में ट्रंप के इस फैसले को बेहतर तरीके से समझने और भारत की राय को रखने के लिए आज विदेश मंत्री एस जयशंकर न्यूयॉर्क में अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से मुलाकात करेंगे. 

संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र से अलग इस उच्चस्तरीय बैठक का आयोजन किया गया है. भारत-अमेरिका के संबंधों में अभी कुछ दिनों से सुधार आया है, ऐसे में इस मुलाकात के दौरान भारत की ओर से इस वीजा बदलाव पर सकारात्मक दृष्टि रखने की कोशिश की जाएगी. 

भारत और अमेरिका के संबंधों को सुलझाने की कोशिश 

एस. जयशंकर और रुबियो के बीच पिछली मुलाकात वाशिंगटन शहर में जुलाई में हुई थी. उससे पहले दोनों जनवरी में भी मिले थे. इस मुलाकात के दौरान भी दोनों देशों के बीच संबंधों को बेहतर करने की कोशिश की जाएगी. हालांकि, दोनों नेताओं के बीच पहली आमने-सामने की मुलाकात होने वाली है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ की वजह से भारत और अमेरिका के संबंधों में तनाव पैदा हो गया था. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा था कि भारत पर 50 प्रतिशत शुल्क लगाया गया है. जिसमें 25 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क शामिल हैं, यह अतिरिक्त शुल्क रूसी तेल खरीद की वजह से लगाया गया था. क्योंकि अमेरिका का ऐसा मानना था कि रूस इन व्यापार से कमाए पैसों का इस्तेमाल यूक्रेन के खिलाफ हमले के लिए कर रहा है. हालांकि भारत की ओर से यह साफ किया गया कि हमारा देश अपने जरूरतों और फायदे-नुकसान को देखते हुए रूस से तेल खरीद रहा है. 

वाणिज्य मंत्रालय भी कर रहा चर्चा 

इस ट्रैरिफ और अतिरिक्त शुल्क की वजह से दोनों देशों के रिश्ते में खटास आई थी. हालांकि राजनयिक बदलाव के बाद दोनों देशों के बीच संबंधों में सुधार हुआ है. दोनों पक्षों ने रुकी हुई व्यापार वार्ता को भी फिर से शुरू किया और ट्रंप ने विश्वास व्यक्त किया कि उन्हें किसी समझौते पर पहुंचने में कोई परेशानी नहीं है.  वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल पहले से ही अमेरिका के साथ व्यापार वार्ता के लिए एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं. वाणिज्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि प्रतिनिधिमंडल पारस्परिक रूप से लाभकारी व्यापार समझौते पर शीघ्र निष्कर्ष निकालने के उद्देश्य से चर्चाओं को आगे बढ़ाने की योजना बना रहा है. वहीं रुबियो और जयशंकर एच-1बी वीजा शुल्क में वृद्धि  पर चर्चा करने वाले हैं. हालांकि व्हाइट हाउस की ओर से यह साफ किया गया है कि यह शुल्क केवल नई याचिकाओं पर ही लगाया गया है.